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21 जुलाई 2011

हिमाचलःशिक्षकों को देनी होगी सात घंटे ड्यूटी

प्रदेश के कॉलेजों में अब शिक्षकों को सात घंटे ड्यूटी देनी होगी। इसके लिए दो समय दिए गए हैं। यह कॉलेज प्रबंधन पर निर्भर है कि कौन सा समय अपनाना है। पहला समय सुबह 9.20 बजे से अपराह्न् 4.20 बजे और दूसरा समय सुबह 10.00 बजे से सांय 5.00 बजे दिया गया है। इस दौरान कॉलेज स्टाफ शैक्षणिक कार्य सहित अन्य कार्यो को कर सकता है। नई समय सारिणी लागू करने के आदेश जारी होते ही बवाल मच गया है। कॉलेज लेक्चरर ने इसे मानने से साफ इंकार किया है।


प्रिंसिपल सेक्रेटरी के आदेश नहीं मानेंगे : हिमाचल प्रदेश कॉलेज लेक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आरके कायस्था का कहना है कि प्रिंसिपल सेक्रेटरी डॉ. श्रीकांत बाल्दी के इन आदेशों को नहीं माना जाएगा। सात घंटे कॉलेज लगाने के आदेशों के खिलाफ इसी सप्ताह आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने एसोसिएशन से संबद्ध ब्लॉक सेक्रेटरी को आदेश दिए कि इन आदेशों पर कोई अमल नहीं करेगा। साथ ही एपीआई को लेकर आदेशों भी स्वीकार्य नहीं है।
हिमाचल प्रदेश कॉलेज कांट्रेक्ट लेक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जोगिंद्र सकलानी का कहना है कि समय सारिणी को लेकर व्यावहारिक परिस्थितियों को देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कॉलेज में सुविधाओं को भी नए हालात के अनुसार देनी चाहिए। प्रदेश में इस समय सरकारी क्षेत्र में 72 कॉलेज है। इसमें लेक्चरर से लेकर प्रिंसिपल को मिलाकर करीब 3000 शिक्षकों का कैडर है। इसी में कांट्रेक्ट लेक्चरर भी आते हैं। 

क्या थी वर्तमान स्थिति

कॉलेज में इस समय रुटीन में हर शिक्षक पांच से छह घंटे तक अपनी सेवाएं देते हैं। इसमें कक्षाएं आम तौर पर सुबह दस बजे आरंभ होती है, जो अपराह्न् 3.30 बजे से 4.00 बजे तक चलती है। इसके अलावा कई बार कार्यक्रमों और अन्य व्यस्तताओं के चलते कॉलेज 5.00 बजे तक चलते रहे हैं।

क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री ईश्वर दास धीमान का कहना है कि केंद्रीय निर्देशानुसार इस तरह का निर्णय लिया गया है। हरियाणा में साढ़े सात घंटे कॉलेज का समय होता है। फिर भी व्यावहारिकता के अनुसार ही सरकार अंतिम निर्णय लेगी(कुलदीप शर्मा,दैनिक भास्कर,शिमला,21.7.11)।

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