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21 जुलाई 2011

DU हॉस्टलों में नहीं आ सकेंगे आउडसाइडर

दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने नये सेशन की तैयारियों को लेकर मीटिंग की और कई अहम फैसले लिए। रैगिंग की किसी भी तरह की संभावना को खत्म करने के लिए यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों को जरूरी दिशा- निदेर्श जारी कर दिए हैं। यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों को कहा है कि हॉस्टलों में आउट साइडर की एंट्री को बैन किया जाए। इस बार यूनिवसिर्टी मोबाइल पेट्रोलिंग भी शुरू करवा रही है। यूनिवर्सिटी ने रैगिंग को रोकने के लिए सीक्रेट टीम भी तैयार की है।

यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार आर. के. सिन्हा की ओर से जारी की गई गाइड लाइंस में कहा गया है कि नये सेशन की शुरुआत में कॉलेज हॉस्टलों में किसी भी गेस्ट को रहने की इजाजत नहीं है। यूनिवर्सिटी अधिकारी हॉस्टलों का निरीक्षण भी करेंगे। हर कॉलेज के बाहर पुलिस पिकेट होगी। गर्ल्स कॉलेजों की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाएगा। कॉलेजों में सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद रहेंगी।


यूनिवर्सिटी ने रैगिंग को लेकर सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि दोषी को कॉलेज से निकाला जा सकता है, सस्पेंड भी किया जा सकता है और उसकी डिग्री भी कैंसल हो सकती है। स्टूडेंट्स को सलाह दी गई है कि वे यूनिवर्सिटी में अपने वाहन न लाएं क्योंकि इससे ट्रैफिक की समस्या पैदा होगी। विजिटर अपने वाहन छात्रा मार्ग पर गेट नंबर 11 पर पार्क कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी की दीवारों पर पोस्टरबाजी करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। 

अगर किसी स्टूडेंट को कोई परेशानी होती है तो वे डीयू के नॉर्थ कैंपस के कंट्रोल रूम में 27667221 और साउथ कैंपस कंट्रोल रूम में 24119832 पर फोन कर सकते हैं। 24 घंटे चलने वाली यूजीसी की हेल्पलाइन 1800-180-5522 पर अपनी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। यहां शिकायत आने के बाद संबंधित यूनिवर्सिटी व कॉलेज के हेड के पास जानकारी भेजी जाएगी और एक्शन होगा। 100 नंबर पर फोन भी किया जा सकता है(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,20.7.11)।

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