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24 जुलाई 2011

JNU: फ्रेशर्स के पीछे लगे हैं सीनियर्स

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एमए, एमएससी और एमसीए कोर्सेज का एडमिशन प्रोसेस शुक्रवार से शुरू हो गया। जेएनयू में एडमिशन के रंग दूसरी किसी भी यूनिवर्सिटी से बिल्कुल अलग होते हैं। डीयू में जहां एडमिशन से जुड़ी जरूरी जानकारी हासिल करने के लिए स्टूडेंट्स परेशान होकर इधर-उधर घूमते नजर आते हैं, वहीं जेएनयू में नए स्टूडेंट्स को हर कदम पर मदद मिलती है। जेएनयू में अलग-अलग छात्र संगठन नए स्टूडेंट्स को ढूंढते नजर आए।

जैसे ही स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स थ्री-वीलर से एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक पहुंचते, उसी समय छात्र संगठनों के कार्यकर्ता उनसे बात करने के लिए भागने लगते। फ्रेशर्स के फॉर्म भरने से लेकर फीस जमा कराने तक का काम ये कार्यकर्ता कर रहे थे। नए स्टूडेंट्स भी काफी खुश नजर आए, क्योंकि उन्हें एडमिशन से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कहीं भी भटकना नहीं पड़ रहा था।

दरअसल जेएनयू में पिछले तीन साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं। इस बार छात्र संगठनों को पूरी उम्मीद है कि वे चुनावी समर में जरूर उतरेंगे। चुनावी तैयारियों के लिए एडमिशन का समय सबसे खास होता है क्योंकि इस दौरान नए स्टूडेंट्स कैंपस आते हैं और उनकी मदद करके छात्र संगठन उन्हें अपने संगठन से जोड़ने की कोशिश भी करते हैं।


एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के बाहर एनएसयूआई, एबीवीपी, आइसा, एसएफआई समेत सभी छात्र संगठनों ने अपना-अपना हेल्प डेस्क भी बना रखा था। एक वामपंथी छात्र संगठन ने अपने हेल्प डेस्क पर संगठन की विचारधारा से जुड़ी किताबें भी रखी थीं। किसी-किसी हेल्प डेस्क पर गीत भी गाए जा रहे थे। कैंपस में हर छात्र संगठन ने अपने स्लोगन के बड़े-बड़े पोस्टर भी लगाए हुए थे। 

एनएसयूआई की जेएनयू इकाई के प्रेजिडेंट मनोरंजन महापात्रा का कहना है कि छात्र संगठनों के आंदोलन के कारण ही जेएनयू प्रशासन ने इस बार एडमिशन की नीतियों में बदलाव किया और स्टूडेंट्स को आसानी हुई। उनका कहना है कि जेएनयू में पिछले तीन साल से छात्र संघ चुनाव न होना दुखद है और इस बार उम्मीद है कि चुनाव जरूर होंगे। 

इस बार एडमिशन की खास बात यह है कि स्टूडेंट्स को दो पेज का ही एक फॉर्म भरना पड़ रहा है और सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। पिछले साल तक स्टूडेंट्स को 12 पेज का फॉर्म भरना पड़ता था और उसे अलग-अलग जगहों पर वेरिफिकेशन के लिए भटकना पड़ता था। लेकिन इस बार स्टूडेंट्स अपना फॉर्म सिंगल विंडो पर जमा करवा रहे हैं और उसके बाद वे अपने सेंटर पर जाकर वेरिफिकेशन करवा रहे हैं और एडमिशन कन्फर्म हो जाता है। 

वाइस चांसलर प्रो. एस. के. सोपोरी का कहना है कि अगले साल से एडमिशन प्रोसेस को और आसान बनाया जाएगा और स्टूडेंट्स को सारी जानकारी वेबसाइट पर मिल सकेगी। प्रो. सोपोरी ने कहा कि एडमीशन प्रोसेस में स्टूडेंट्स को कम से कम समय लगे, इसे ध्यान में रखते हुए ही तैयारी की जा रही है(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,23.7.11)।

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