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08 जुलाई 2011

इंदौरःआसान नहीं होगी TCS में एंट्री

इंदौर शहर में टीसीएस कैम्पस आने में अभी समय है लेकिन स्टूडेंट्स ने कंपनी में जॉब हासिल करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। कॉलेजों में भी कंपनी की जरूरत समझने की कोशिश की जा रही है। शहर के प्रमुख कॉलेजों के प्लेसमेंट अधिकारियों का कहना है टीसीएस में एंट्री इतनी आसान नहीं होगी।10वीं से कम से 60 फीसदी मार्क्‍स लाने वाले ही कंपनी के कैम्पस प्लेसमेंट में शामिल हो पाएंगे।

डेवलपमेंट सेंटर होगा
शहर में टीसीएस आईटी डेवलपमेंट सेंटर विकसित करेगा। टीसीएस के उच्च अधिकारियों के अनुसार शुरुआत में 5 हजार एम्पलाई काम करेंगे। यदि किसी स्टूडेंट्स का इंदौर कैम्पस में प्लेसमेंट होता है तो उसे शुरुआत में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर व अन्य ट्रेनिंग सेंटर्स पर जाना होगा। हर दिन 8-10 घंटे ट्रेनिंग और हर हफ्ते टेस्ट होंगे, इनमें 60-65 मार्क्‍स लाना अनिवार्य होगा।

इसलिए होते हैं बाहर

फिलहाल शहर से हर साल टीसीएस में करीब 1 हजार स्टूडेंट्स प्लेस होते हैं। सभी को पांच स्टेज से गुजरना होता है। पढ़ाई में अव्वल रहने वाले स्टूडेंट्स कम्युनिकेशन में कमजोर होने से प्लेसमेंट होने के बावजूद बाहर हो जाते हैं। टीसीएस अधिकारियों का कहना है, शहर में कैम्पस आने का मतलब यह नहीं कि यहां से प्लेसमेंट बढ़ा दिए जाएंगे।

59.9 भी नहीं चलेगा 
टीसीएस ऐसी कंपनी है, जो 0.1 प्रतिशत कम मार्क्‍स वालों से भी समझौता नहीं करती। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट अधिकारी अतुल भारत का कहना है यदि 59.9 फीसदी भी है तो प्लेसमेंट से बाहर कर दिया जाता है। शहर से बीई, एमसीए और एमबीए के दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को टीसीएस प्लेसमेंट में परखती है। इसमें से 40 फीसदी स्टूडेंट्स कम्युनिकेशन और 10 फीसदी बिजनेस एटिकेट्स नहीं होने से बाहर हो जाते हैं। करियर मार्गदर्शक अमिय पहारे कहते हैं स्टूडेंट्स अभी से कम्युनिकेशन सुधारने की कोशिश करंे।

कॉलेजों के साथ मिलकर बनाएंगे माहौल 
90 फीसदी काम बाहर के देशों का होने से हमें ग्लोबल लेवल पर काम करने में सक्षम एम्प्लाई की जरूरत होती है। एकेडमिक के साथ बिजनेस एटिकेट्स और समाज को टेक्नोलॉजी से आगे रखने की सोच रखने वाले स्टूडेंट्स की जरूरत है। इंदौर में कॉलेजों के साथ मिलकर अपनी जरूरतें बताएंगे और उनके साथ मिलकर स्टूडेंट्स को सही दिशा देने में मदद करेंगे। 
लक्ष्मीकांत अग्रवाल, उच्च अधिकारी, टीसीएस

इन प्रक्रिया से गुजरना होगा 

ऑनलाइन रिटन टेस्ट 
-20 मिनट में 30 वर्बल प्रश्न 
-40 मिनट में 30 एप्टिट्यूट प्रश्न 
-30 मिनट में 12 रीजनिंग के प्रश्न 
-150 साइकोमेट्रिक के प्रश्न 

एचआर इंटरव्यू 
- कंपनी का इतिहास, टर्नओवर 
- परिवार की स्थिति 
- किस स्थान पर काम करने की इच्छा रखते हैं 
- पर्सनल अचीवमेंट या कमी 
- इसके अलावा परिवार और निजी जीवन से जुड़े सवाल

ये चाहिए कंपनी को
- कम्युनिकेशन स्किल
- टेक्निकल स्किल
- दुनियाभर का नॉलेज
- सीखने की ललक
- बाहर के माहौल में काम करने की इच्छा
- कंपनी की जरूरत के अनुसार कभी भी काम के लिए तैयार हो।

टेक्निकल स्किल 
सी, सी++, कोडिंग, आईपी एड्रेस और आईटी से संबंधित जानकारी(गजेन्द्र विश्वकर्मा,दैनिक भास्कर,इन्दौर,8.7.1)।

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