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08 अगस्त 2011

देवी अहिल्या विश्वविद्यालयः10 हजार से ज्यादा छात्रों का भविष्य अधर में!

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ने भले ही बीकॉम छठे सेमेस्टर की परीक्षा समय पर शुरू करवा दी हो, लेकिन कॉलेजों की लापरवाही छात्रों को भारी पड़ सकती है। जानकारी के मुताबिक यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त 56 कॉलेजों ने अब तक सीसीई मार्क्‍स नहीं भेजे हैं। ऐसे में परीक्षा खत्म होने के बाद भी यूनिवर्सिटी के लिए समय पर रिजल्ट देना मुश्किल हो जाएगा। पहले ही समय से पांच माह लेट चल रहे सेमेस्टर के कारण छात्रों को पीजी में नियमित प्रवेश मिलने में परेशानी आ रही थी। अब कॉलेजों की इस लापरवाही ने उनके भविष्य पर फिर सवालिया निशान लगा दिए हैं।

कॉलेजों की इस लापरवाही का खामियाजा इन कॉलेजों में पढ़ रहे 10 हजार 300 से ज्यादा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। अगस्त के तीसरे सप्ताह में परीक्षा खत्म होना है और यूनिवर्सिटी ने इसके 15 दिनों के भीतर रिजल्ट देने की घोषणा की है।

अप्रैल में होना थी, जुलाई में शुरू हुई

दरअसल पहले से ही बीकॉम के छात्रों की जो सेमेस्टर परीक्षा अप्रैल माह में होनी थी, वह 28 जुलाई से आरंभ हुई। ऐसे में छात्रों को पीजी में प्रोविजन एडमिशन लेना पड़ा। अब सीसीई मार्क्‍स के कारण यूनिवर्सिटी परीक्षा समाप्ति के काफी समय बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं कर पाएगी। इससे छात्रों को पीजी के पहले सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। हालांकि इसके लिए यूनिवर्सिटी ने जल्द रास्ता निकालने का आश्वासन दिया है।

क्या कहता है नियम
दरअसल नियम तो यह है कि कॉलेजों को परीक्षा शुरू होने के 15 दिन पहले ही सीसीई मार्क्‍स भेजना होता है। कई कॉलेज तो परीक्षा खत्म हो जाने के 15 दिन बाद तक भी मार्क्‍स नहीं भेजते। 

उच्च शिक्षा विभाग को लिखकर देंगे
"जिन कॉलेजों ने सीसीई मार्क्‍स नहीं भेजे हैं, उन्हें हम 12 अगस्त तक का समय दे रहे हैं। इसके बाद भी जो कॉलेज मार्क्‍स नहीं भेजेंगे, उनके नाम उच्च शिक्षा विभाग को लिखकर दे देंगे।" 
डॉ. पी.के. मिश्रा, कुलपति(दैनिक भास्कर,इन्दौर,8.8.11)

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