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12 अगस्त 2011

छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंगःअब कवायद सिर्फ 130 सीटें भरने की

एआईट्रिपलई काउंसिलिंग प्रक्रिया के पांच चरण पूरे होने के बाद एनआईटी रायपुर की 130 सीटें खाली रह गई हैं। इनमें से 122 सीटें बीटेक और आठ बी आर्किटेक्चर की हैं। एनआईटी रायपुर में कुल 955 सीटें हैं। बीटेक में खाली रह गई सीटों में ज्यादातर बॉयो मेडिकल इंजीनियरिंग, बॉयोटेक्नोलॉजी, माइनिंग इंजीनियरिंग और मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की हैं। शेष ब्रांचों, केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स-केमिकल इंजीनियरिंग, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे विभागों की सभी सीटें लगभग फुल हो चुकी हैं। बची हुई सीटों में ज्यादातर छत्तीसगढ़ कोटे की हैं।आर्किटेक्चर विभाग में बची आठों सीटें होम स्टेट के लिए हैं। कुछ ऐसा ही ट्रेंड माइनिंग की 20 और मेटलर्जिकल की 11 बची हुई सीटों के लिए है। एनआईटी में 478 सीटें छत्तीसगढ़ के छात्रों और 477 ऑल इंडिया कोटे की हैं।

शुरू हुआ स्पॉट अलॉटमेंट राउंड : एआईट्रिपलई में अब तक पांच राउंड की काउंसिलिंग हो चुकी है। एआईट्रिपलई से संबंधित संस्थानों की बची हुई सीटों के लिए अब स्पॉट अलॉटमेंट राउंड शुरू हो चुका है। 13 अगस्त तक छात्र बची हुई सीटों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और च्वॉइस फिलिंग करेंगे। 14 अगस्त को अलॉटमेंट लिस्ट जारी होगी। एनआईटी में काउंसिलिंग प्रक्रिया से जुड़े डॉ. सत्यप्रकाश साहू ने बताया कि स्पॉट अलॉटमेंट काउंसिलिंग के अन्य चरणों की अपेक्षा थोड़ा अलग है। अलॉट की हुई सीट पर फीस जमा करने के बाद छात्र अपनी सीट को सरेंडर नहीं कर सकता, यदि वह प्रवेश नहीं लेता है तो भी जमा की हुई फीस रिफंड नहीं होगी। इस राउंड में 16 से 20 अगस्त तक प्रवेश होंगे।
लगभग तीन हजार सीटें खाली : पांच राउंड की काउंसिलिंग के बाद देशभर के एनआईटी सहित ट्रिपल आईटी, सेंट्रल फंडेड यूनिवर्सिटी या कॉलेज की लगभग तीन हजार सीटें खाली हैं। इनमें से 2829 सीटें बीटेक और 183 सीटें आर्किटेक्चर की हैं। खाली सीटों में उन कॉलेजों की संख्या नहीं जुड़ी है, जो प्राइवेट हैं और जिनकी अलॉटमेंट एआईट्रिपलई के माध्यम से होती है। यह सीटें भी अस्सी फीसदी के करीब भर चुकी हैं(दैनिक भास्कर,रायपुर,12.8.11)।

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