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06 अगस्त 2011

2012 से शुरू होगा रोजगार मूलक पाठ्यक्रम

सरकार ने कहा कि वह अगले साल से रोजगार मूलक इंजीनियरिंग उच्च शिक्षा पाठ्यक्र म एवं रोजगार मूलक स्नातक स्तरीय पाठ्यक्र म शुरू करने जा रही है। मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि स्कूल पण्राली में और पॉलिटेक्निक संस्थानों में उद्योग आधारित पाठ्यक्र म शुरू किया जाएगा, ताकि छात्रों की रोजगार हासिल करने की क्षमता में वृद्धि हो सके। उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार, उच्चतम माध्यमिक अकादमिक या नियमित एवं दसवीं कक्षा के बाद रोजगार मूलक पाठ्यक्र म शुरू किए जाएंगे। साथ ही स्नातक स्तर पर भी रोजगार मूलक इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा पण्राली में एकीकृत रोजगारमूलक प्रशिक्षण देने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए स्कूल स्तर पर ही पाठ्यक्र म तैयार किया जाएगा। सिब्बल ने बताया कि वर्ष 2007 के उपब्ध आंकड़ों के अनुसार, स्नातक इंजीनियरों में से केवल 61 फीसदी को ही रोजगार मिला। उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट हालांकि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के बारे में थी और पूरे परिदृश्य की वास्तविक तस्वीर नहीं पेश करती। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग स्नातकों को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नौकरी के लिए दक्षता की जरूरत होती है। इंजीनियरिंग स्नातकों की रोजगार हासिल करने की क्षमता बढ़ाने के लिए मंत्रालय ने 2007 में रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा छह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (कालीकट, दुर्गापुर, जयपुर,  सूरत , तिरुचिरापल्ली और वारंगल) में इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए फिनिशिंग स्कूल का कार्यक्र म प्रायोगिक आधार पर चलाया था। सिब्बल ने बताया कि इस प्रायोगिक कार्यक्र म के आधार पर वर्ष 2008 में मंत्रालय ने केंद्र से निधियां प्राप्त करने वाली सभी तकनीकी संस्थाओं को यह कार्यक्र म संचालित करने के लिए कहा था। वर्ष 2010 में इसकी समीक्षा करने पर पता चला कि योजना से अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हुए। उनके अनुसार, इसके बाद एआईसीटीई से एक समिति गठित करने तथा पूरे देश के लिए फिनिशिंग स्कूल कार्यक्र म को नए सिरे से तैयार करने के बारे में उपाय सुझाने को कहा गया। समिति ने अभी रिपोर्ट नहीं दी है और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,6.8.11)।

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