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12 अगस्त 2011

जोधपुरःभदवासिया स्कूल के 202 बच्चों का साल खराब

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मुख्यमंत्री के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र के भदवासिया स्कूल परीक्षा केंद्र के सभी 202 विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम निरस्त कर दिया है। इन छात्रों का एक साल खराब हो गया तथा नए सत्र में सैकंडरी की परीक्षा वापस देनी पड़ेगी।

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,अजमेर की ओर से गत सत्र में आयोजित सैकंडरी की परीक्षा में भदवासिया के संत रविदास बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय को पहली बार नया परीक्षा केंद्र बनाया गया था। बोर्ड की ओर से बने इस परीक्षा केंद्र पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,भदवासिया, इसी क्षेत्र के वरुण विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय, संध्या माध्यमिक विद्यालय तथा महामंदिर स्थित वेंकटेश्वर माध्यमिक विद्यालय के 202 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी।


बोर्ड ने इस परीक्षा केंद्र के सभी 202 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम रोकने के बाद 24 जुलाई को अजमेर बुला कर लिखित एवं मौखिक परीक्षा ली। बोर्ड अधिकारियों ने इन विद्यार्थियों की व्यक्तिगत सुनवाई कर बयान भी लिए। परीक्षार्थियों ने बोर्ड को लिखित में दिया कि उन्होंने नकल नहीं की और न ही उनके केंद्र पर सामूहिक नकल हुई। जबकि बोर्ड अधिकारियों के अनुसार विज्ञान विषय व अन्य में सामूहिक नकल होना पाया गया है। बोर्ड ने यह कार्रवाई एक परीक्षक से इस परीक्षा केंद्र पर सामूहिक नकल की शिकायत मिलने पर की है।

अभिभावक निराश

अभिभावक अंजू देवी ने कहा-सरकार कहती है, बच्चों को पढ़ाओ और बोर्ड बच्चों का कॅरियर खराब कर रहा है, फिर क्या खाक बच्चों को पढ़ाएं। 
शकुंतला देवी बोलीं- गरीब मां-बाप मेहनत मजदूरी कर बच्चों को कैसे पढ़ा रहे हैं, यह हम ही जानते हैं। बोर्ड ने नकल के नाम पर हमारे बच्चों का साल खराब कर दिया।

छात्रा अरुणा चावला का कहना है कि परीक्षा केंद्र पर शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद सांखला सहित अधिकारी एवं बोर्ड की फ्लाइंग चैकिंग करने आती थी.अगर हमने नकल की तो उसी वक्त क्यों नहीं पकड़ा। 

शिक्षाधिकारी तटस्थ

बोर्ड के सचिव मिरजूराम शर्मा ने कहा कि बोर्ड ने गत सत्र में आयोजित दसवीं कक्षा की परीक्षा में नकल सहित विभिन्न प्रकरणों में राज्य के 15-16 स्कूलों को दोषी पाया। इन स्कूलों के 1200 विद्यार्थियों का परिणाम निरस्त किया है। ये विद्यार्थी अब अगले साल आयोजित होने वाली परीक्षा दे सकेंगे।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (मा) प्रेमचंद सांखला ने कहा कि जिन विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम निरस्त हुआ है। उन बच्चों के अभिभावकों के सामने बोर्ड के अधिकारियों से बात करने के बाद ज्ञापन भेज दिया गया है। 

जनप्रतिनिधि खफा

पूर्व यूआईटी अध्यक्ष राजेन्द्र सोलंकी ने कहा कि जिन 202 विद्यार्थियों की परीक्षा निरस्त की गई है, उन परिवारों की स्थिति खराब है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात कर संभव हुआ तो समाधान कराने का प्रयास करेंगे।

पूर्व विधायक जुगल काबरा ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। एक ही परीक्षा केंद्र के 202 विद्यार्थियों के कॅरियर का सवाल है। इतना बड़ा कदम उठाने से पहले बोर्ड को विचार करना चाहिए था। फिर भी इस संबंध में बोर्ड तथा मुख्यमंत्री से बात की जाएगी(दैनिक भास्कर,जोधपुर,12.8.11)।

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