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09 अगस्त 2011

अब 45 फीसदी अंक वालों को इंजीनियरिंग में प्रवेश

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने इंजीनियरिंग में प्रवेश के नियमों में बदलाव करते हुए इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए अंक सीमा घटा दी है। अब बारहवीं में फिजीक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (पीसीएम) में 45 फीसदी अंक हासिल करने वाले छात्र भी इंजीनियरिंग में दाखिला ले सकेंगे। अंकों में पांच फीसदी की छूट का फायदा इसी सत्र से मिलेगा।

अब तक थे 50 फीसदी
अभी तक इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए न्यूनतम अंक सीमा 50 फीसदी थी। आरक्षित श्रेणी के छात्रों को 5 फीसदी छूट मिलती थी। नए दिशा-निर्देशों के तक अब सामान्य श्रेणी के छात्रों के लिए 45 फीसदी और आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 40 फीसदी अंक सीमा निर्धारित की गई है।


खाली रह जाती है सीटें
देश में इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 3300 के करीब पहुंच गई है। इन कॉलेजों में करीब 14 लाख सीटे हैं जिनमें हर वर्ष 20 फीसदी सीटें खाली रह जाती हैं।

इसी सत्र से लागू
एआईसीटीई द्वारा अंक सीमा 50 से घटाकर 45 फीसदी कर दी गई है। इसी आधार पर इसी सत्र से छात्रों को इंजीनियरिंग में प्रवेश मिलेगा। - एसके सिंह, समन्यवक, आरपीईटी(राजस्थान पत्रिका,जोधपुर,9.8.11)

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