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13 अगस्त 2011

हिमाचलःहर सेमेस्टर में 90 दिन की पढ़ाई जरूरी

प्रदेश की सभी प्राइवेट यूनिवर्सिटी को डिप्लोमा या डिग्री कोर्स के हर सेमेस्टर में कम से कम 90 दिन की पढ़ाई करना अनिवार्य किया गया है। इसी तरह यूजीसी के उन सभी मानकों पर अमल करना अनिवार्य है, जिसे डिप्लोमा या डिग्री कोर्स चलाने के लिए अपनाना जरूरी है। इस तरह के आदेश सभी प्राइवेट यूनिवर्सिटी को जारी किए गए हैं।

प्राइवेट यूनिवर्सिटी के सफल संचालन को लेकर प्रधान सचिव शिक्षा डॉ. श्रीकांत बाल्दी की सभी यूनिवर्सिटी के वीसी के साथ बैठक हुई, जिसमें सभी पहलुओं पर चर्चा हुई। एनुवल अकाउंट की जानकारी 31 दिसंबर तक सरकार को देनी जरूरी है। सेक्शन-38 के तहत एनुवल रिपोर्ट को तैयार करना होगा। यदि एनुवल अकाउंट में किसी तरह की गड़बड़ी होगी, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


प्रदेश में कितनी यूनिवर्सिटी : प्रदेश में इस समय 11 प्राइवेट यूनिवर्सिटी अब तक स्थापित की गई है। इसके अलावा आठ यूनिवर्सिटी को खोला जाना विचाराधीन है। जो 11 यूनिवर्सिटी अब तक खोली जा चुकी है, इसमें चितकारा यूनिवर्सिटी, इंटरनल यूनिवर्सिटी बड़ूसाहिब, मानव भारती यूनिवर्सिटी, अरनी यूनिवर्सिटी, इंडस यूनिवर्सिटी, बद्दी यूनिवर्सिटी ऑफ इमर्जिग साइंसिज एंड टेक्नोलॉजी मलकूमाजरा, शूलिनी यूनिवर्सिटी, महर्षि मरकडेश्वर यूनिवर्सिटी सोलन, बहारा यूनिवर्सिटी, श्री साई यूनिवर्सिटी और द इक्फाई यूनिवर्सिटी कालूझंडा शामिल है। 

प्रधान सचिव का कहना था कि जो भी यूनिवर्सिटी नियमों की अवहेलना करती पाई गई, उसकी मान्यता खतरे में पड़ सकती है। सरकार ने पीएचडी पाठ्यक्रम के लिए खास निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए यूजीसी की तरफ से 2009 में जारी निर्देशों पर सख्ती से अमल करना होगा(दैनिक भास्कर,शिमला,13.8.11)।

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