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05 अगस्त 2011

छात्राओं को डीयू का गिफ्ट

दिल्ली यूनिवर्सिटी अपने अंडरग्रैजुएट स्टूडेंट्स के लिए नए हॉस्टल का तोहफा लेकर आ रही है। अभी डीयू के सिर्फ 13 कॉलेजों में ही स्टूडेंट्स को हॉस्टल फैसिलिटी मिलती है। यूनिवर्सिटी का यह पहला हॉस्टल होगा, जिसमें ग्रैजुएशन करने वाली गर्ल्स स्टूडेंट्स रह सकेंगी।

नॉर्थ कैंपस के पास ढका में गर्ल्स के लिए 1500 सीटों वाला हॉस्टल तैयार किया गया है। सितंबर-अक्टूबर से यह हॉस्टल शुरू हो जाएगा। स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी मेट्रो स्टेशन तक ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी भी मुहैया करवाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए यूनिवर्सिटी को केंद सरकार से भी काफी मदद मिली है।

डेढ़ हजार स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा

हॉस्टल के इस प्रोजेक्ट को देख रहे डीयू के प्रॉक्टर प्रो. एच. पी. सिंह ने बताया कि ढका में गर्ल्स के लिए दो हॉस्टल बनाए गए हैं। एक हॉस्टल में 400 रूम हैं और हर रूम डबल सीटेड है। इस हॉस्टल में 800 स्टूडेंट्स रह सकेंगी। इस हॉस्टल में नॉर्थ ईस्ट और एसटी कैटिगरी की गर्ल्स स्टूडेंट्स को भी जगह मिलेगी। पोस्ट ग्रैजुएशन व ग्रैजुएशन कर रही स्टूडेंट्स को यहां सीट अलॉट की जाएगी। वहीं दूसरे हॉस्टल में केवल अंडरग्रैजुएट कर रहे स्टूडेंट्स को सीट अलॉट होगी।

इसमें 350 कमरे हैं और 700 स्टूडेंट्स के रहने की व्यवस्था होगी। इन हॉस्टलों में 47 कॉलेजों के स्टूडेंट्स को सीटें अलॉट होंगी। इन सभी कॉलेजों का कोटा निर्धारित कर दिया गया है। प्रो. सिंह ने बताया कि एक कॉलेज से करीब 15 गर्ल्स स्टूडेंट्स को सीट मिलेगी। उन्होंने बताया कि डीयू में गर्ल्स स्टूडेंट्स की संख्या काफी अधिक है और बाहर से आने वाली स्टूडेंट्स को आवास की समस्या होती है। इन हॉस्टलों के शुरू होने से स्टूडेंट्स को काफी फायदा होगा।


शानदार फैसिलिटी होगी हॉस्टल में 

हॉस्टल के हर रूम में दो बेड हैं और दो अलमारी भी हैं। छोटे-छोटे जिम भी बनाए गए हैं। स्टूडेंट्स को वॉशिंग मशीन भी दी जाएगी। जिम के अलावा योगा रूम भी बनाया गया है। कॉमन रूम भी होगा। मॉडर्न लुक वाला फर्नीचर मंगाया जा रहा है। कैंटीन की फैसिलिटी भी होगी। 

अलग-अलग राज्यों के स्टूडेंट्स हॉस्टल में होंगी और इससे उन्हें एक दूसरे के कल्चर के बारे में जानने का मौका भी मिलेगा। यह एक तरह से मिनी इंडिया होगा। स्टूडेंट्स को पढ़ाई में भी काफी फायदा होगा और अलग-अलग कॉलेजों में दिए जाने वाले नोट्स का फायदा भी उन्हें मिलेगा। 

ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी 

स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की बस में मेट्रो स्टेशन तक जा सकेंगे। इन बसों की कई ट्रिप होंगी। ऐसा रूट बनाया जाएगा, जिसमें स्टूडेंट्स को हॉस्टल तक आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। सुबह, दोपहर और शाम को बस की ट्रिप होगी। दिल्ली में अब काफी कॉलेज मेट्रो से कनेक्ट हो गए हैं और स्टूडेंट्स को अपने कॉलेज तक जाने में परेशानी नहीं होगी। 

15 अगस्त के बाद एडमिशन प्रोसेस 

हॉस्टल एडमिशन का प्रोसेस 15 अगस्त के बाद शुरू होगा। हॉस्टल एडमिशन का प्रोस्पेक्टस तैयार किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी प्रोस्पेक्टस की बिक्री के लिए कई सेंटर बनाएगी, जहां से स्टूडेंट्स फॉर्म ले सकेंगे और अप्लाई कर सकेंगे। सितंबर में एडमिशन की लिस्ट जारी हो सकती है। कॉलेज को स्टूडेंट्स की लिस्ट यूनिवर्सिटी को भेजनी होगी और उसके बाद यूनिवर्सिटी सीट अलॉट करेगी। 

स्टूडेंट्स की टेंशन कम होगी 

डीयू के एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर स्टूडेंट्स को हॉस्टल की फैसिलिटी मिले तो कॉलेज की टेंशन कम होगी। अभी कैंपस के ही कॉलेजों में हॉस्टल की सुविधा है और बाहर से आने वाले स्टूडेंट्स इन्हीं कॉलेजों में एडमिशन लेना चाहते हैं। लेकिन ढका में नए हॉस्टल शुरू हो रहे हैं और यह नई शुरुआत होगी। 

अगर कुछ और हॉस्टल बना दिए जाएं तो फिर स्टूडेंट्स की परेशानी खत्म हो जाएगी। इस समय स्टूडेंट्स के लिए आवास की सबसे बड़ी समस्या है। प्राइवेट हॉस्टल में रहना काफी खर्चीला है(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,4.8.11)।

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