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20 अगस्त 2011

हिमाचल में लेक्चर्स का हल्ला बोल: इंक्रीमेंट रोकी तो होगा संघर्ष

स्कूल-कॉलेज लेक्चर्स ने खराब परिणाम पर वेतन वृद्धि (इंक्रीमेंट) रोकने की शर्त को नकारते हुए चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो वह सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। संघ का कहना है कि खराब परीक्षा परिणाम पर वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने की शर्त थोपना सही नहीं है। नीतिगत निर्णय लेते समय शिक्षक संघों को विश्वास में लेना चाहिए।

प्रदेश स्कूल लेक्चर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अश्विनी कुमार, उपाध्यक्ष विजय गुलेरिया, राज्य संयुक्त सचिव सुरेंद्र सकलानी एवं राज्य सचिव सचिन ठाकुर ने बताया कि सभी विषयों पर एक जैसी शर्ते थोपना सही नहीं है। विज्ञान, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, गृह विज्ञान और शारीरिक शिक्षा सहित अन्य विषयों पर एक समान शर्ते लगाना सही नहीं है।

विज्ञान विषय के लिए प्रवेश परीक्षा होनी जानी चाहिए। वहीं, हिमाचल प्रदेश कॉलेज लेक्चर्स एसोसिएशन का कहना है कि निदेशालय और सचिवालय स्तर पर सकारात्मक बातचीत के बावजूद उनकी समस्या अब भी जस की तस है। कुछ दिन पहले प्रदेश भर के कॉलेज लेक्चर्स ने मंडी में बैठक कर अपनी मांगें सरकार के सामने रखी थी। इनमें वेतन विसंगतियों को दूर करना और आठ साल का कार्यकाल पूरा कर चुके अनुबंध लेक्चर्स को नियममित करना मुख्य थी। सरकार की तरफ से अभी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन नहीं मिला है। लेक्चर्स काले बिल्ले लगाकर विरोध कर रहे हैं। वेतन विसंगति दूर करने, नए-पुराने नियमों पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। यूजीसी के नियमों के अनुसार शिक्षक-छात्र अनुपात पर अमल होना चाहिए। -डॉ. आरके कायस्था, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश कॉलेज लेक्चर्स एसोसिएशन(दैनिक भास्कर,शिमला,20.8.11)

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