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08 अगस्त 2011

स्टेट बैंक ने पूछाःआखिर बैंकिंग ही क्यों?

.भारतीय स्टेट बैंक से जुड़े पांच अलग-अलग बैंकों के पीओ पद के लिए हुई परीक्षा में छात्रों से पूछा गया कि क्या कारण है कि वह बैकिंग सेवा में ही नौकरी करना चाहते हैं? परीक्षा में सब्जेक्टिव और ऑब्जेक्टिव दोनों तरह के प्रश्न पूछे गए।

सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक हुई इस परीक्षा में छात्रों का जनरल नॉलेज, अंग्रेजी, कंप्यूटर, रीजनिंग की क्षमता परखने के साथ यह भी देखा गया कि बैंक पीओ बनने की इच्छा रखने वाले छात्र को बैंकिंग सेवा के बारे में कितना ज्ञान है। जिस क्षेत्र में वह अपना कॅरियर बनाना चाह रहे हैं, उसके बारे में वे कितना जानते हैं। 


अप्लाई करने वाले छात्रों में से लगभग 85 फीसदी इस परीक्षा में शामिल हुए। 

इन बैंकों में भरे जाने हैं पद

स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद 1416

स्टेट बैंक ऑफ पटियाला 1328

स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर 1000

स्टेट बैंक ऑफ मैसूर 843

स्टेट बैंक ऑफ त्रावनकोर 400

कुल पदों की संख्या 4987

दो पैटर्न में हुई परीक्षा 

बैंक पीओ की यह परीक्षा दो चरणों में हुई। सुबह 10 से 12 बजे तक अलग-अलग विषयों के 200 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गए। इसमें से अंग्रेजी, डाटा इंटरप्रेटेशन, रीजनिंग और जनरल नॉलेज और कंप्यूटर से जुड़े प्रश्न पूछे गए। प्रश्न का गलत उत्तर देने पर 0.25 अंक कटने की व्यवस्था थी। 10 मिनट के अंतराल के बाद सब्जेक्टिव परीक्षा हुई। छात्रों को एक घंटे में पांच में से तीन प्रश्नों के उत्तर देने थे। 

सब्जेक्टिव प्रश्नों के माध्यम से छात्र की इस परीक्षा को लेकर मनोवृत्ति परखी गई। उनसे प्रश्न पूछा गया कि वह अपने भाई को पत्र लिखकर बताएं कि वह बैंकिंग सेवा में क्यों आना चाहते हैं? बैंक कोचिंग के एक्सपर्ट श्याम वर्मा कहते हैं कि इस तरह के प्रश्नों का समावेश अब परीक्षाओं में शुरू हो चुका है। 

बैंक यह जानना चाहते हैं कि परीक्षा में बैठने वाले छात्र को बैंकिंग सेवा के बारे में कितना और किस प्रकार का ज्ञान है। छात्रों से यह भी पूछा गया कि वह बैंक प्रबंधक को एक पत्र लिखकर कन्विन्स करें कि वह उसके लिए एजुकेशन लोन की स्वीकृति कर दें। एजुकेशन के अलावा उनसे होम लोन के लिए भी अपील वाला पत्र लिखने के लिए कहा गया(दैनिक भास्कर,रायपुर,8.8.11)।

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