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02 अगस्त 2011

डीयूःखालसा में बढ़ी फीस को छात्रों ने नकारा

नॉर्थ कैंपस के एसजीटीबी खालसा कॉलेज ने इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए सालाना फीस 3 हजार तक बढ़ा दी है। इसके विरोध में सोमवार को स्टूडेंट्स ने कॉलेज में नारेबाजी भी की। विरोध को देखते हुए कॉलेज ने यह घोषणा की है कि जिन स्टूडेंट्स के पैरंट्स की इनकम कम है, वे फीस में रियायत के लिए ऐप्लीकेशन दे सकते हैं, उनकी हर संभव मदद की जाएगी।

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. जसविंदर सिंह का कहना है कि खालसा कॉलेज में नई साइंस लैब बनाई जा रही हंै और क्लासरूम्स व लाइब्रेरी को एयरकंडीशंड किया जा रहा है। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के लिए फीस बढ़ानी जरूरी थी। डॉ. सिंह ने कहा कि खालसा कॉलेज को बाकी कॉलेजों की तरह डीयू से स्पेशल फंड भी नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स को अपनी ऐप्लीकेशन के साथ यह प्रूफ देना होगा कि उनके पैरंट्स की इनकम कम है, कॉलेज उसकी फीस कम करेगा।


उधर स्टूडेंट्स कॉलेज के तर्कों से सहमत नहीं है। बॉटनी ऑनर्स की एक स्टूडेंट ने बताया कि लाइब्रेरी में कंप्यूटर तो लगाए गए हैं लेकिन इंटरनेट कनेक्शन सही काम नहीं करता। स्टूडेंट्स का कहना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर फीस में 3 हजार रुपये बढ़ाना समझ से परे हैं। बॉटनी ऑनर्स में सेकंड ईयर की एक स्टूडेंट ने अपनी फीस स्लिप दिखाते हुए कहा कि पिछले साल उसने 14770 रुपये फीस भरी थी और इस साल 17665 रुपये फीस दी गई है। स्टूडेंट फंड के नाम पर पिछले साल 8530 रुपये लिए गए थे और इस साल स्टूडेंट फंड 10750 रुपये वसूला जा रहा है इस सब से आम स्टूडेंट को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 
डीयू के कॉलेजों में फीस स्ट्रक्चर को देखें तो कॉलेजों में एडमिशन लेते समय स्टूडेंट्स को 5 रुपये एडमिशन फीस जमा करवानी होती है और हर महीने की ट्यूशन फीस केवल 15 रुपये है। यूनिवर्सिटी में पिछले 50 साल से एडमिशन और ट्यूशन फीस के स्ट्रक्चर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ग्रैजुएशन लेवल पर कॉलेजों की फीस 5 से 10 हजार तक होती है। लेकिन इस बार फीस 17 हजार तक पहुंच गई है। 

कॉलेजों में डिवेलपमेंट फीस, लाइब्रेरी फीस, स्टूडेंट फंड, रीडिंग रूम फीस, कॉमन रूम फीस, कंप्यूटर-इंटरनेट फीस, कॉलेज लेबोरेटरी फीस, हाउस एग्जामिनेशन, डिवेलपमेंट फंड, मैग्जीन फीस, एनसीसी, कैंपस सिक्युरिटी सिस्टम, गार्डन फीस, स्पोर्ट्स फंड, स्टूडेंट यूनियन, जनरल मेंटेनेंस, मेडिकल एंड र्फस्ट एड, सिक्युरिटी डिपोजिट, मेडिकल फीस, वाटर एंड इलेक्ट्रिसिटी चार्ज, एनरोलमेंट फीस जैसे कई तरह के चार्ज लिए जाते हैं जिससे हर कॉलेज की फीस में बड़ा अंतर देखने को मिलता है(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,2.8.11)।

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