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11 अगस्त 2011

उत्तराखंडःशिक्षकों के रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति की मांग

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने स्कूल-कालेजों में शिक्षकों को रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्त करने की मांग की है। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों के स्थानान्तरण को चालू सत्र में शून्य घोषित करने का विरोध किया है। महासंघ के प्रतिनिधि मंडल ने विधान सभा स्थित कार्यालय में प्रदेश के शिक्षा मंत्री से वार्ता की। शिक्षक नेताओं ने कहा कि शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद रिक्त होने के कारण शिक्षण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। कई स्कूल तो शिक्षकों के न होने के कारण बंद पड़े हैं। सरकार से हरी झण्डी मिलने के बाद भी अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया ठप है, जबकि जूनियर हाई स्कूलों के उच्चीकरण की समस्या का भी अभी तक समाधान नहीं हुआ है। नई व्यवस्था में जू. हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक की अगले पदों पर पदोन्नति का रास्ता बंद है वार्ता में उन्होंने स्थानान्तरण के लिहाज से शून्य सत्र घोषित करने के सरकार के निर्णय पर असहमति जताई। शिक्षक नेताओं ने कहा कि शिक्षकों के लिए स्थायी स्थानान्तरण नीति शीघ्र घोषित की जानी चाहिए। उन्होंने इन समस्याओं के समाधान के लिए शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। वार्ता में शिक्षा मंत्री खजान दास ने बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का आासन दिया। उन्होंने कहा कि स्थानान्तरण नीति तय होने के बाद ही शिक्षकों का स्थानान्तरण संभव है। उन्होंने अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत निर्धारित योग्यता पूरी करने वाले शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को शिक्षक संवर्ग में सेवा का अवसर प्रदान करने के लिए सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,11.8.11)।

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