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22 अगस्त 2011

लखनऊ विविःपेपर लीक की आशंका में धरे गये तीन प्रोफेसर

लखनऊ विश्वविद्यालय में एमसीए व एमपीएड में प्रवेश के लिए सोमवार को प्रस्तावित परीक्षा का पेपर लीक किये जाने की आशंका में विवि के तीन प्रोफेसर रविवार देर रात हिरासत में ले लिये गये। इन प्रोफेसरों को पेपर लीक की गोपनीय सूचना पर आईटी चौराहा स्थित एक फोटो स्टेट की दुकान से प्रश्नपत्रों की फोटो कापी कराते समय हसनगंज पुलिस ने दबोचा। तीनों प्रोफेसरों के साथ फोटो स्टेट दुकानदार को भी थाने ले जाया गया। तीनों प्रोफेसरों की पहचान सोमवार को होने वाली एमसीए व एमपीएड प्रवेश परीक्षा के चीफ कोआर्डिनेटर प्रो.पदमकांत, डिप्टी को-आर्डिनेटर डॉ.राजीव पांडेय व डॉ.पंकज माथुर के रूप में हुई। फोटोकापी दुकानदार का नाम चन्द्र मोहन शर्मा बताया गया है। तीनों प्रोफेसरों ने पुलिस पूछताछ में सम्बन्धित प्रश्नपत्रों को डमी प्रश्नपत्र बताते हुए पुराना बताया व कहा कि छात्रों के मार्गदर्शन के लिए इसे तैयार किया गया है। हालांकि पेपर पर 2011 छपा है। विवि सूत्रों ने विभाग में फोटोस्टेट मशीन रहते सम्बन्धित प्रोफेसरों द्वारा बाहर जाकर प्रश्नपत्रों की फोटो कापी कराने की बात पर आश्चर्य जताया है। उनका यह भी कहना है कि परीक्षा की पूर्व सन्ध्या पर डमी प्रश्नपत्र की फोटोकापी कराने का कोई तुक भी नजर नहीं आ रहा, क्योंकि छात्रों को इसे मुहैया कराने का वक्त नहीं रहा। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि तीनों प्रोफेसरों से पूछताछ चल रही है, शीघ्र ही उन्हें छोड़ दिया जाएगा। इंस्पेक्टर हसनगंज कुलदीप कुमार ने बताया कि सम्बन्धित प्रश्नपत्रों को सीज कर लिया गया है। सोमवार को होने वाली परीक्षा के प्रश्नपत्र यदि बरामद प्रश्नपत्रों से मिलते हैं तो पेपर लीक की साजिश का मुकदमा दर्ज कर तीनों प्रोफसरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और प्रवेश परीक्षा रद करने की संस्तुति की जाएगी(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,22.8.11)।

दैनिक जागरण की रिपोर्टः
लखनऊ विश्र्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली रविवार रात उस वक्त सवालों के घेरे में आ गई, जब पुलिस को पेपर लीक होने की सूचना मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए हसनगंज पुलिस ने फौरन आइटी चौराहे के पास स्थित एक फोटाकॉपी की दुकान में छापा मारा। चौंकाने वाली बात है कि पुलिस को यहां लविवि के मुख्य प्रवेश समन्वयक प्रो.पद्मकांत सहित अन्य शिक्षक एमसीए व एमपीएड के प्रश्नपत्रों की सैकड़ों फोटोकॉपियां कराते मिले। शिक्षकों का तर्क है कि वह डमी प्रश्नपत्र की छाया प्रतियां करा रहे थे। सोमवार को एमसीए, एमफिल, एमपीएड व बीपीएड की प्रवेश परीक्षा होनी है। इंस्पेक्टर हसनगंज कुलदीप कुमार के अनुसार पेपरलीक होने की सूचना पर पुलिस रविवार रात करीब 10:30 बजे आइटी चौराहे के पास राम मार्केट स्थित फोटोकॉपी की एक दुकान पर पहुंची। दुकान का शटर गिरा हुआ था। पुलिस संदेह पर दुकान में मौजूद प्रो.पद्मकांत, दो अन्य शिक्षकों व एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए थाने ले गई, जहां देर रात तक पुलिस अधिकारी उनसे सवाल किए। इंस्पेक्टर के अनुसार इनके पास से एमसीए व एमपीएड के प्रश्नपत्र व उनकी सैकड़ों फोटोकापियां मिलीं हैं। सीओ महानगर अरविंद कुमार ने बताया कि मुख्य प्रवेश समन्वयक के अलावा प्रो.पंकज माथुर, डॉ.राजीव पांडेय व एक कर्मचारी को भी दुकान से पूछताछ के लिए थाने लाया गया। पुलिस ने प्रश्नपत्रों व उनकी छायाप्रतियों को सील कर दिया है। सीओ के अनुसार शिक्षकों का तर्क है कि यह प्रश्नपत्र वर्ष 2010 के हैं और डमी प्रश्नपत्र हैं। चूंकि परीक्षा में डमी प्रश्नपत्र भी रखा जाता है, इसलिए इनकी छायाप्रतियां कराई जा रही थीं। शिक्षकों का यह भी कहना है कि लविवि की फोटोकॉपी मशीन दुरुस्त न होने की वजह से फोटाकॉपी के लिए बाजार जाना पड़ा तथा पारदर्शिता बनाए रखने के लिए परीक्षा से जुड़े सभी शिक्षकों को साथ ले जाया गया था। सीओ ने बताया कि सोमवार को विवि खुलने पर आगे की पड़ताल की जाएगी। देखा जाएगा कि परीक्षा में कौन-कौन से प्रश्नपत्र शामिल किए गए हैं।

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