मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

06 अगस्त 2011

कोलकाताःदमघोंटू माहौल में पढ़ने को विवश छात्र-छात्राएं

श्री जैन विद्यालय के समीप खुले मैदान में शव जलाए जाने से छात्र- छात्राओं की तबीयत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। चार-पांच वर्षो तक क्लास चलने के दौरान बांसतल्ला श्मशान घाट पर शव दाह बंद रखा गया था लेकिन अचानक यहां स्कूल के समय शव जलाना फिर शुरू कर दिया गया है। शुक्रवार को भी क्लास चलने के दौरान शव दाह किया गया। गुरुवार सुबह शव के धुएं से कई छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई थी। यह समस्या दो दिनों से नहीं है बल्कि जब से स्कूल की स्थापना हुई है तब से है। छात्र- छात्राओं के स्वास्थ्य के लिए श्मशान को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए स्कूल प्रबंधन ने जिलाधिकारी एवं हावड़ा नगर निगम से बार- बार गुहार लगाई लेकिन कोई पहल नहीं की गई। कोई राजनीतिक दल भी इस समस्या को दूर करने के लिए आगे नहीं आया। प्रशासनिक एवं राजनीतिक किसी स्तर पर स्कूली बच्चों की परेशानी को दूर करने का प्रयास नहीं किया गया। इस स्थिति में यहां बच्चों को धुएं एवं बदबू के बीच क्लास करना पड़ता है। इससे शिक्षक, शिक्षिकाएं व कर्मचारी सभी परेशान हैं। कभी- कभार तीन-चार लाशें एक साथ जलाई जाती हैं जिससे विद्यालय की कक्षाओं एवं प्रांगण में धुआं भर जाता है। उस स्थिति में हालत और गंभीर हो जाती है। विद्यालय भवन के विकास एवं प्रबंधन की ओर से पर्यावरण को स्वच्छ रखने का हर इंतजाम करने पर भी श्मशान के कारण छात्र-छात्राओं को दमघोंटू माहौल में पढ़ाई करनी पड़ती है। वन बिहारी बोस रोड स्थित इस विद्यालय के मार्निग में 2400 छात्राएं तथा डे शिफ्ट में 2200 छात्र पढ़ते हैं। स्कूल भवन से सटे गंगा की ओर श्मशान घाट स्थित है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह श्मशान घाट सौ वर्ष से भी अधिक पुराना है। गंगा नदी के दूर चले जाने पर भी यहां आज भी खुले मैदान में शव दाह किया जाता है। स्कूल बनाने से पहले स्थिति पर ध्यान देना चाहिए था : उप मेयर इस बारे में हावड़ा नगर निगम की उप मेयर कावेरी मैत्र का कहना है कि स्कूल की स्थापना से काफी पहले से वहां श्मशान घाट है। इसलिए विद्यालय निर्माण से पहले संबंधित व्यक्ति या संस्था को वहां की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए था। फिर भी छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए निगम की ओर से प्रयास किया जा रहा। इसके तहत वहां विद्युत शवदाह गृह बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके तैयार हो जाने के बाद स्कूली बच्चों को समस्या से राहत मिलेगी। कोई पहल नहीं कर रहा प्रशासन : सिंह स्कूल के डे शिफ्ट के प्रधानाचार्य राम अधीन सिंह ने बताया कि वे यहां करीब 11 वर्षो से कार्यरत हैं। इस दौरान इस समस्या के लिए जिलाधिकारी एवं मेयर का कई बार ध्यानाकृष्ट किया गया लेकिन समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य का मामला होने के बावजूद डीएम ने श्मशान घाट को अन्यत्र स्थानांतरित करने से इंकार कर दिया। इस समस्या को दूर करने के लिए न तो प्रशासन किसी तरह की पहल कर रहा है और नहीं किसी राजनीतिक दल में इसे लेकर सुगबुगाहट है। इस स्थिति में छात्र- छात्राओं को काफी दिक्कत सहनी पड़ रही है। श्री सिंह ने इस मामले में राज्य के कृषि विपणन मंत्री अरूप राय से उम्मीद जताई है। उन्होंने बताया कि मंत्री को समस्या से अवगत कराया गया है(सुनील शर्मा,दैनिक जागरण,हावड़ा,6.8.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।