विनियमितीकरण की मांग को लेकर अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के तदर्थ शिक्षकों ने गुरुवार को झूलेलाल पार्क में धरना दिया। उप्र माध्यमिक तदर्थ शिक्षक एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक श्याम शंकर उपाध्याय के नेतृत्व में हुए धरने में प्रदेशभर के शिक्षकों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों को सीने से लगाए शिक्षकों ने सरकार पर शिक्षकों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। प्रदेश संयोजक ने कहा कि पिछले 18 वर्षो से शिक्षक विद्यालयों में तैनात हैं इसके बावजूद उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है। शिक्षा मंत्री के आश्र्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जब तक शिक्षकों विनियमित नहीं किया जाएगा, शिक्षकों का धरना जारी रहेगा। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण द्विवेदी ने कहा कि विद्यालयों के प्रबंधक तो वेतन पा रहे हैं लेकिन शिक्षकों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है। एसोसिएशन ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को तीन सूत्रीय ज्ञापन भी प्रेषित किया है। धरने में एसोसिएशन के प्रदेश मंत्री इंद्रपाल सिंह व संतराम बौद्ध के अलावा प्रतापगढ़, उन्नाव, अंबेडकर नगर, इलाहाबाद व राठ सहित कई जिलों के शिक्षक शामिल हुए। मानदेय प्रवक्ताओं का धरना अशासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत मानदेय प्रवक्ताओं ने विनियमितीकरण की मांग को लेकर गुरुवार को झूलेलाल पार्क में धरना दिया। अखिल भारतीय अधिकार संगठन के अध्यक्ष डॉ. आलोक चांटिया के नेतृत्व में हुए धरने में कई जिलों से आए प्रवक्ताओं ने हिस्सा लिया। अध्यक्ष का कहना है कि 18 वर्ष से अधिक समय से प्रवक्ता मानदेय पर शिक्षण कार्य कर रहे हैं लेकिन सरकार उनको नियमित करने के बारे में नहीं सोच रही है। उन्होंने शिक्षामित्रों की भांति 1000 मानदेय प्रवक्ताओं को भी नियमित करने की मांग की। महाविद्यालय संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने भी धरने का समर्थन करने का एलान किया है। धरने में संदीप कुमार, डॉ. हेमंत, डॉ. मनोज सिंह व डॉ. अमित शर्मा सहित कई प्रवक्ता शामिल हुए।
बैठक : कर्मचारियों की मांगों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण महासंघ की उद्यान भवन में बैठक हुई। महासंघ के महामंत्री दीपक उपाध्याय के संचालन में हुई बैठक में आठ अगस्त को आगे की रणनीति तय करने के लिए कर्मचारियों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया(दैनिक जागरण,लखनऊ,5.8.11)।
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