मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

25 अगस्त 2011

उत्तराखंडःयूसैक की सेवा नियमावली को मंजूरी मिली

शासन ने उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) की सेवा नियमावली को हरी झंडी दे दी है। बुधवार को सचिवालय में मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र (यूसैक) की छठी गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए। मुख्य सचिव ने की अध्यक्षता वाली इस बैठक में यूसैक की सेवा नियमावली को मंजूरी दे दी गई। मुख्य सचिव ने यूसैक द्वारा किये जा रहे कायरे की सराहना करते हुए कहा कि यूसैक राज्य हित में प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग, जलवायु परिवर्तन, जल प्रबन्धन, कृषि, उद्यान, जड़ी-बूटी उत्पादन, बागवानी, दैवीय आपदा प्रबन्धन आदि क्षेत्र में इसका व्यापक उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने आम आदमी से जुड़ी सुविधाओं के विकास में अंतरिक्ष तकनीक का अधिकाधिक उपयोग करने निर्देश भी दिए। मुख्य सचिव ने अंतरिक्ष आधारित सूचना सहायता परियोजना की राज्य स्तरीय परियोजना क्रियान्वयन समिति के कार्यों की भी भी समीक्षा की। इस परियोजना समिति के राज्य स्तर पर मुख्य सचिव अध्यक्ष है, जबकि अन्य संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष इसके सदस्य है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि इस परियोजना के तहत निर्धारित मानकों के अनुसार कार्यों में तेजी लायी जाय। प्रमुख सचिव आईटी राकेशार्मा ने कहा कि (यूसैक) के ज्ञान की उपयोगिता प्रदेश के सामान्य जनता के लिए अधिकाधिक उपयोग में इस्तेमाल की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए अंतरिक्ष तकनीकी संवाद के लिए प्रभावी विकल्प साबित हो सकती है। इस दिा में भी कार्य किया जा रहा है। बैठक में यूसैक के निदेशक डॉ. एमएम किमोठी ने बताया कि (यूसैक) राज्य के विकास कार्यो में मार्ग दर्शन के लिए एक नोडल एजेन्सी के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र वैज्ञानिक आधार पर विभिन्न विभागों की परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु डाटा को संकलित करता है, जो विभागों द्वारा योजनाओं की सफलता हेतु उपयोग में लाया जाता है। डॉ. किमोठी ने बताया कि परियोजना द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के मानचित्र तैयार करना, जल स्रेत, सड़क, जल, संचार तंत्र तथा स्वास्थ्य सुविधाओं का चिन्हांकन एवं मानचित्रीकरण किया जाता है(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,25.8.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।