मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

02 अगस्त 2011

लखनऊःअरबी-फारसी विवि का शैक्षिक सत्र लेट होना तय

कांशीराम उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के पहले शैक्षिक सत्र की शुरुआत में लेटलतीफी तय है। मुख्यमंत्री मायावती की शीर्ष प्राथमिकताओं में शुमार इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई-लिखाई का आगाज तो बीती जुलाई से ही करने की योजना थी, लेकिन जो सूरत-ए-हाल है उससे तो इस महीने भी कक्षाएं शुरू होने के आसार नहीं हैं। पिछले साल 28 जुलाई को अरबी-फारसी विवि में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के मौके पर खुद उच्च शिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी ने यह घोषणा की थी कि विश्वविद्यालय में जुलाई-2011 से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि विवि का भवन निर्माण कैलेंडर वर्ष 2010 में पूरा कर लेने की कोशिश होगी। इस मौके पर नगर विकास मंत्री नकुल दुबे, अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री अनीस अहमद खां, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति अनीस अंसारी और तत्कालीन सचिव उच्च शिक्षा अनिल संत भी मौजूद थे। भले ही उच्च शिक्षा मंत्री ने जुलाई-2011 से पढ़ाई शुरू करने की घोषणा की हो, लेकिन फिलहाल यहां अगस्त में भी पठन-पाठन शुरू होने की संभावना नहीं है। उसकी वजह यह है कि अभी तक विवि में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के पद ही नहीं सृजित हुए हैं। शिक्षकों के पद सृजित भी हो जाते हैं तो उनके चयन की प्रक्रिया पूरी करने में खासा वक्त लगेगा। विवि की कार्यपरिषद जहां पिछले वर्ष ही गठित की जा चुकी थी, वहीं उसकी 15 सदस्यीय एकेडमिक काउंसिल का गठन बीती जुलाई में ही हुआ है। बीती 28 जुलाई को बैठक करते हुए विवि की एकेडमिक काउंसिल ने विवि में 13 पाठ्यक्रम चलाने की सिफारिश की है। काउंसिल ने अगस्त से विश्वविद्यालय का शैक्षणिक सत्र शुरू करने का भी फैसला किया है। उच्च शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय के पहले चरण का निमार्ण कार्य कैलेंडर वर्ष 2010 में पूरा करने की मंशा जतायी हो, लेकिन यह जुलाई-2011 तक भी पूरा नहीं हो सका है। पहले चरण में विश्वविद्यालय में शैक्षणिक भवन, प्रशासनिक भवन, कंप्यूटर सेंटर, 200 बेड का ग‌र्ल्स हास्टल, 250 बेड का ब्वायज हास्टल, कुलपति आवास, गेस्ट हाउस, कर्मचारियों के आवास, विद्युत सबस्टेशन व पंप हाउस का निर्माण प्रस्तावित है। विवि के प्रथम चरण के निर्माण के लिए 188 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गए हैं, जिसमें से 171 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को उपलब्ध करा दिये गए हैं। विवि के निर्माण पर अब तक 156 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं(दैनिक जागरण,लखनऊ,।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।