यदि आप अपने ऑफिस का काम घर पर बैठकर कर सकें तो कैसा रहे। ऐसा हो रहा है। कुछ आईटी कंपनियां अपना काम घरों से करवा रही हैं। यानी रोजाना ऑफिस जाने के लिए जल्दी जागने से मुक्ति।
एक रिपोर्ट के अनुसार देश में कुछ आईटी कंपनियां अपना 40 फीसदी काम घरों से करवा रही हैं। जाहिर है इसमें कर्मचारियों और कंपनियां दोनों ही अपना फायदा देख रही हैं। हालांकि यह संस्कृति अभी सिर्फ आईटी कंपनियों में ही ज्यादा देखने को मिल रही है।
हैदराबाद में एक आईटी कंपनी से जुड़े देबाशीष बोहरा कहते हैं कि यह आसान है। वह पिछले दो सालों से ऑफिस का काम घर पर ही कर रहे हैं। अपने साथियों को याद करने के सवाल पर कहते हैं, हां उनकी याद तो आती है। लेकिन वे भी अपने कामों में व्यस्त रहते हैं।
लेकिन हम लोग फेसबुक, जीटॉक और स्काइप के जरिये वचरुअली एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। एक ऑस्ट्रेलियन कंपनी से पिछले तीन सालों से जुड़े मैकेनिकल इंजीनियर प्रकाश मित्तल (नाम परिवर्तित) कहते हैं कि वह किसी को भी घर से ऑफिस का काम करने के लिए नहीं कहेंगे।
वह कहते हैं, इससे आप घरवालों को समय तो दे सकते हैं। पैसे भी बचा सकते हैं। लेकिन काम करने का सही अनुशासन ऑफिस के अंदर ही होता है। घर और ऑफिस के बीच संतुलन बनाना मुश्किल
होता है। हालांकि इसे किया जा सकता है(निवृति बुटालिया,दैनिक भास्कर,मुंबई,21.8.11)।
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