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19 अगस्त 2011

उत्तराखंडःस्कूलों में जल्द होंगी शिक्षक नियुक्तियां

प्रदेश में इसी महीने प्रदेश के अध्यापक विहीन स्कूलों में अध्यापकों की तैनाती कर दी जाएगी। इसी के साथ पिछले दिनों चयनित 12 अध्यापकों को भी जल्द नियुक्ति दे दी जाएगी। मौजूदा समय में प्रदेश के 260 स्कूलों में अध्यापक ही नहीं हैं जबकि 156 स्कूलों के भवन ही नहीं है । इसके अलावा तीन हजार से ज्यादा स्कूल एक अध्यापक के भरोसे हैं। प्रदेश में पिथौरागढ़ में 27, चंपावत में 16, बागेर में 49, अल्मोड़ा में 59, ऊधमसिंहनगर में 27, रुद्रप्रयाग में 5, उत्तरकाशी में 8 व टिहरी में 22 व देहरादून जिले में 34 स्कूल शिक्षक विहीन हैं। बता दें कि इस साल 30 जनवरी को उत्तराखंड अधीनस्थ शैक्षिक (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) सेवा नियमावली के तहत सहायक अध्यापकों और अध्यापकों के विभिन्न पदों पर सीधी भर्ती के लिए प्रदेश में विभिन्न केंद्रों में परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में कुल विज्ञापित 1962 पदों (सीधी भर्ती 70 फीसद व विभागीय भर्ती 5 फीसद) के लिए कुल 51 हजार 44 आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि 49 हजार 82 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा में विषयवार प्रश्नपत्रों की आंसर की दो मार्च को ही परिषद की वेबसाइट पर प्रदर्शित कर दी गई थी। जिस पर अभ्यर्थियों से 16 मार्च तक आपत्तियां आमंत्रित की गई थीं। जबकि इसी एक जून को उत्तराखंड प्रावधिक शिक्षा परिषद ने एलटी परीक्षा-2010 के नतीजे घोषित किए थे। जारी नतीजों की मेरिट सूची के आधार पर अभ्यर्थी के शैक्षिक व अन्य डिग्रियों की मान्यता संबंधी परीक्षण विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा था। यह भी कहा गया था कि यदि किसी अभ्यर्थी के लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक शैक्षिक व प्रशिक्षण एवं पाठय़ सहगामी क्रियाकलापों में प्राप्त अंको का योग वेबसाइट में प्रदर्शित कटऑफ से ज्यादा है तो वे अपने प्रत्यावेदन उनके संवर्ग विषय एवं आरक्षणवार समस्त दस्तावेजी प्रमाणों के साथ निदेशक विद्यालयी शिक्षा ननूरखेड़ा देहरादून के समक्ष परीक्षा घोषित होने के 15 दिन के भीतर पेश कर सकते हैं। प्रत्यावेदन देने की अंतिम तिथि 18 जून शाम पांच बजे रखी गई थी। शिक्षा मंत्री खजान दास का कहना है कि सभी आपत्तियां निस्तारित कर दी गई हैं और इसी माह एलटी अध्यापकों को नियुक्ति दे दी जाएगी(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,19.8.11)।

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