राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं में छात्रों को और अधिक समय देने का फैसला किया है। अब छात्रों को प्रश्नपत्र प़ढ़ने के लिए पंद्रह मिनट अलग से दिए जाएंगे। कुल मिलाकर छात्रों को सवा तीन घंटे में प्रश्नपत्र करना होगा। अभी तक तीन घंटे का समय दिया जाता था।
बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों का पारिश्रमिक भी सीबीएसई और आईसीएसई की तर्ज पर दिया जाएगा। जबकि दस से पंद्रह छात्र संख्या वाले सहायता प्राप्त विद्यालयों का अनुदान वापस लिया जा सकता है। इस बाबत ऐसे तकरीबन आठ सौ विद्यालयों को नोटिस भेजकर छात्र संख्या ब़ढ़ाने के निर्देश दिए हैं। यह बात माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र ने बुधवार को लखनऊ में शैक्षिक गुणवत्ता सुधार वर्ष-२०११ के तहत हुई संगोष्ठी में कही(नई दुनिया,दिल्ली,11.8.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।