नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनी (नैसकॉम) अब इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर में पढ़ रहे छात्रों के लिए नैकटेक ऑनलाइन एक्जाम आयोजित करेगा। इस कॉमन एंट्रेंस एक्जाम के स्कोर के आधार पर आईटी कंपनियां कैंडिडेट्स का इंटरव्यू के बाद चुनाव करेंगी।
दरअसल, कंपनियों को हर साल कैंपस सिलेक्शन के लिए देश के अलग-अलग कॉलेजों में जाना होता है जिससे मानव संसाधन विभाग का समय और खर्च काफी बढ़ जाता है। इस टेस्ट के जरिए एक यूनिफॉर्म तरीके से कैंडिडेट्स का चयन हो सकेगा। इसका फायदा स्टूडेंट्स को इस तरह मिलेगा कि वे देश की नामी कंपनियों में जॉब पा सकेंगे।
अभी तक होता यूं था कि जिन इंजीनियरिंग कॉलेजों के छह से सात साल पूरे नहीं होते थे वहां कई कंपनियां कैंपस के लिए नहीं आती थीं लेकिन अब जो छात्र नैकटेक परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं वे अपने नाम कॉलेज को दे सकते हैं। इसके बाद कॉलेज नैसकॉम से संपर्क कर कैंपस में ऑनलाइन परीक्षा करा सकते हैं। हालांकि यह परीक्षा अनिवार्य नहीं है लेकिन इसका फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा। इसके लिए इस साल अगस्त माह से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
छात्र के पास होगी च्वाइस
कैंडिडेट के अंतिम चुनाव के लिए इंटरव्यू भी होगा। इस टेस्ट का स्कोर हासिल करने के बाद कैंडिडेट के पास मौका होगा कि वे एक से अधिक कंपनियों के इंटरव्यू दे सकता है और हो सकता है कि दो कंपनियां उसका चुनाव कर लें। आईईएस की ग्रुप डायरेक्टर प्रो. सुनीता सिंह कहती हैं स्टूडेंट के पास चॉइस होगी कि वे किस कंपनी में जाना चाहता है।
हालांकि ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों को कम्युनिकेशन स्किल्स में दिक्कत हो सकती है लेकिन उसका रास्ता कॉलेज अपने कैंपस में इस टेस्ट के लिए तैयारी करवा कर निकाल सकते हैं। कॉलेज में रेगुलर बेसिस पर एटीकेट्स और कम्युनिकेशन एंड लैंग्वेज क्लास लगना हमेशा से ही जरूरी है।
लैंग्वेज के कारण ही बाहर
ओरियंटल कॉलेज के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ग्रुप डायरेक्टर अनुज गर्ग कहते हैं, सभी कंपनियां इस टेस्ट का स्कोर लेंगी यह कहना मुश्किल है क्योंकि हर कंपनी अलग-अलग मापदंडों पर कैंडिडेट को परखती है। एक कॉमन टेस्ट में हो सकता है कि उनकी जरूरतें पूरी न हों। इसलिए कम्युनिकेशन स्किल्स को परखने के लिए इंटरव्यू या ग्रुप डिस्कशन तो होगा ही। स्टूडेंट्स को एक बात याद रखना है कि अब किसी भी कंपनी में काम करने की पहली शर्त अंग्रेजी भाषा का ज्ञान साथ ही फ्लुएंसी जरूरी है। तकनीकी नॉलेज में मजबूत छात्र भाषा के कारण ही चयन प्रक्रिया से बाहर हो जाते हैं।
कब से शुरू होगा
अगस्त माह से कॉलेज इस टेस्ट के लिए नैसकॉम को एप्लाई कर सकते हैं।
कैसे होगा टेस्ट
कॉलेज कैंपस में ही ऑनलाइन टेस्ट आयोजित कराया जाएगा। जिसमें छात्र हिस्सा ले सकते हैं(दैनिक भास्कर,भोपाल,11.8.11)।
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