मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

15 अगस्त 2011

छत्तीसगढ़ पीएमटी घोटाला: मेडिकल कॉलेज में फिर दबिश देगी सीआईडी

रायपुर मेडिकल कॉलेज में 2006 से 2010 तक की बैच में प्रवेश लेने वाले 28 संदिग्ध चिकित्सा छात्रों के फिंगर प्रिंट लेने के लिए सीआईडी की टीम दोबारा मेडिकल कालेज में दबिश देने की तैयारी कर रही है। कार्यवाही के बारे में मेडिकल कालेज के डीन डॉ. एके शर्मा को सूचित कर दिया गया है। डीन से अपील की गई है कि वे छात्रों को एक तिथि में एकत्र होने का आदेश जारी करें।

रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस समेत लगातार तीन दिनों की छुट्टी होने की वजह से जांच का काम फिलहाल अटक गया है। इस कारण छात्रों को कॉलेज में उपस्थित रहने के लिए नोटिस जारी नहीं हो सकी है। सीआईडी से मिली जानकारी के अनुसार पांच बैच के 32 छात्रों के अंगूठे के निशान और हस्ताक्षर लिए गए थे। इनमें से दो छात्रों के अंगूठे के निशान आपस में मेल नहीं खा रहे।


दोनों छात्रों को सीआईडी ने फर्जी घोषित कर दिया है। हालांकि दोनों के नाम अब तक उजागर नहीं किए गए हैं। फोरेंसिक विभाग के विशेषज्ञों ने सीआईडी अफसरों को बताया कि छात्रों के अंगूठे के निशान ठीक ढंग से नहीं लिए गए हैं। इस वजह से फॉर्म में और वर्तमान में अंगूठे के निशान की जांच कर पाना संभव नहीं हो रहा है। यही वजह है कि 28 छात्रों के अंगूठे के निशान दोबारा लिए जाएंगे। माना जा रहा है कि छुट्टियों के बाद जांच की कार्रवाई आगे बढ़ेगी।

पिछली मर्तबा की गलती से सीख लेते हुए सीआईडी की टीम इस बार फोरेंसिक विशेषज्ञों के निर्देश पर छात्रों के अंगूठे के निशान चार तरीके से लेगी। इसमें सीधा और तीन तरीके फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा बताए गए तरीके से लिए जाएंगे। चार तरह से अंगूठे के निशान लेने के बाद जांच का काम भी आसान हो जाएगा। इससे लैब में किसी भी एंगल से अंगूठे के निशान मिलाए जा सकेंगे। इस वजह से इस जांच की रिपोर्ट भी एक सप्ताह के भीतर मिल जाएगी।जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी(दैनिक भास्कर,रायपुर,स्वतंत्रता दिवस,2011)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।