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03 अगस्त 2011

डीयू : छात्रसंघ चुनाव चुनाव की तैयारियां तेज

दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले के दौड़ खत्म होने के साथ ही छात्रसंघ चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन जहां चुनाव कार्यक्रम तैयार करने में जुटा है, वहीं छात्र संगठनों ने वोट बटोरने की जुगत भिड़ानी तेज कर दी है।
बीते साल करारी हार झेलनी वाली एनएसयूआई जहां दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) पर काबिज होने के लिए सक्रिय नजर आ रही है, वहीं एबीवीपी का पूरा जोर अपना वर्चस्व कायम रखने पर है। अन्य संगठनों की बात करें तो इस बार भी आइसा, एसएफआई, एआईएसएफ सरीखे संगठन अपनी जमीन मजबूत करने और डूसू चुनाव के इतिहास में उलटफेर की कोशिशों में जुटे हैं।
डिप्टी प्रोक्टर डॉ. मनोज अरोड़ा से जब छात्रसंघ चुनाव की तैयारियों के विषय में पूछा गया तो उनका कहना था कि प्रॉक्टर कार्यालय इसके लिए प्रयासरत है और सम्भवत: इस सप्ताह के अंत तक चुनाव अधिकारियों व चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी जाएगी। सूत्रों की मानें तो इस बार डूसू चुनाव के लिए मतदान दो सितम्बर, यानि शुक्रवार को होगा।

प्रशासन से परे छात्र संगठनों के स्तर पर बात करें तो एनएसयूआई दिल्ली के अध्यक्ष वर्धन चौधरी ने बताया कि बीते साल की हार से सबक लेते हुए इस बार हम पूरी तैयारी व ताकत के साथ विरोधियों पर धावा बोलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हॉस्टल फीस बढ़ोतरी की बात हो या फिर छात्रसंघ फंड के खर्च का हिसब, इन तमाम मुद्दों पर सत्तासीन एबीवीपी को घेरा जाएगा और छात्रों के बीच ले जाया जाएगा।
वर्धन चौधरी ने बताया कि कॉलेज स्तर पर उनकी यूनिट तैयार है और अंदरूनी स्तर पर नए-पुराने छात्रों के बीच प्रचार भी शुरू कर दिया गया है। इस बार मतदान उम्मीदवार देखकर नहीं बल्कि संगठन के लिए होगा। उधर, एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रोहित चहल का कहना है कि हमारी तैयारी तो उसी दिन से जारी है, जिस दिन हम बीते साल डूसू चुनाव जीते थे। सदस्य बनाना हम 25 जुलाई से ही शुरू कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उपलब्धियों के नाम पर हमारे पास बहुत कुछ है और हमारा यही काम हमें फिर जीत दिलाएगा। चहल ने बताया कि इस बार भी उम्मीदवारों के चुनाव के मोर्चे पर पैरवी को छोड़ एबीवीपी उन छात्रों को मौका देगी जो संगठन में सक्रिय हैं और छात्रों के बीच रहते हुए काम कर रहे हैं(दैनिक जागरण,दिल्ली,3.8.11)।

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