मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

09 अगस्त 2011

लखनऊःकैसे बंटेगा मिड डे मील

जिला विद्यालय निरीक्षक का दावा है कि बारह अगस्त से माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को मध्याह्न भोजन बांटा जाएगा लेकिन तैयारियों को देखकर ऐसा नहीं लगता। एक ओर जहां जिले का मध्याह्न प्राधिकरण विद्यालयों और विद्यार्थियों की संख्या तैयार करने में जुटा है वहीं माध्यमिक विद्यालयों में इसके लिए अब तक कोई तैयारी शुरू भी नहीं हुई है। मध्याह्न भोजन वितरण की योजना में लखनऊ पहले से ही पिछड़ा हुआ है। लखनऊ मंडल के बाकी जिलों में यह योजना पिछले वर्ष ही शुरू हो गई थी। हालांकि बच्चों की संख्या और विद्यालयों की खाता संख्या प्राप्त करने के बाद मध्याह्न भोजन प्राधिकरण तैयारी पूरी कर ली है। पांच सौ से अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में मध्याह्न भोजन विद्यालय परिसर में ही बनेगा और पांच सौ से कम संख्या वाले स्कूलों को स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भोजन पहुंचाया जाएगा। राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, नवयुग कन्या इंटर कॉलेज, अमीनाबाद इंटर कॉलेज, कालीचरण इंटर कॉलेज, बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज समेत कई ऐसे विद्यालय हैं जहां कक्षा छह से कक्षा आठ तक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या एक हजार के आसपास है। इन विद्यालयों में समय पर गुणवत्तापरक भोजन उपलब्ध कराना टेढ़ी खीर होगा। मध्याह्न भोजन के तहत माध्यमिक विद्यालयों को भोजन पकाने और परोसने के बर्तनों के लिए कोई राशि आंवटित नहीं है। भोजन पकाने के लिए ईधन और बर्तन की व्यवस्था कैसे होगी इसे लेकर विद्यालयों के सामने संकट खड़ा हो गया है। राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. जीएस भदौरिया बताते हैं कि मध्याह्न भोजन को लेकर उन्हें अब तक कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि भोजन पकाने के लिए ईधन और परोसने के लिए बर्तनों की भी अब तक कोई व्यवस्था नहीं हुई है(दैनिक जागरण,लखनऊ,9.8.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।