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25 अगस्त 2011

उत्तराखंडःकुमाऊं विवि ने नए पाठ्यक्रम के लिए नियमों को अनदेखा किया


बिना इजाजत पाठय़क्रम चलाने के एक मामले में कुमाऊं विवि ने बसई रामनगर स्थित रेनेसां कॉलेज ऑफ होटल मैनेजमैंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी में होटल मैनेजमैंट की परीक्षा भी संचालित कर दी। वह भी तब जब इस कॉलेज में राज्यपाल की सिफारिश के बगैर 2009-10 में ही होटल मैनैजमैंट की पढ़ाई शुरू कर दी थी। शासन ने 22 जून 2011 को पाठय़क्रम जलाने की इजाजत दी। अहम बात यह है कि कुमाऊं विविद्यालय की नियमावली साफ कहती है कि शासन की अनुमति प्राप्त किए बगैर विविद्यालय किसी भी पाठय़क्रम के लिए परीक्षा नहीं ले सकता। इसी तरह आरटीओ रोड कुसुमखेड़ा हल्द्वानी स्थित पॉल कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में भी शासन से इजाजत न मिलने के बावजूद उससे पहले ही 2010-11 के सत्र में प्रवेश दे दिया गया जबकि मान्यता दो अगस्त 2011 को दी गई।
नया कॉलेज स्थापित करने के लिए आवेदक को पहले शासन को कॉलेज स्थापित करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए अर्जी देनी होती है। अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही वह कॉलेज की संबद्धता के लिए विविद्यालय से आवेदन करता है। आवेदन के बाद विविद्यालय निरीक्षण समिति गठित करता है जो आवेदन के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण करके जांच आख्या पेश करती है। इस जांच आख्या के आधार पर विविद्यालय की कार्य परिषद शासन को सिफारिश करती है। शासन यदि जरूरी समझे तो निदेशालय से फिर से प्रकरण की जांच करा सकता है और महामहिम राज्यपाल को उनकी सिफारिश के लिए यह जांच आख्या पेश की जाती है। दीगर बात यह भी है कि उच्च शिक्षा निदेशालय का किसी भी कॉलेज की स्थापना या किसी नए विषय की मान्यता प्रदान करने के प्रक्रिया में कोई सीधा संबंध नहीं है(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,25.8.11)।

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