देश के चुनिंदा मैनेजमेंट संस्थानों को टक्कर देने और कॉरपोरेट जगत की मांग के अनुसार छात्रों को तैयार करने के उद्देश्य से आरयू के एमबीए डिपार्टमेंट ने स्किल डेवलपमेंट प्लान बनाया था।
इस कार्यक्रम को चलाने के लिए विभाग ने छात्रों द्वारा दी गई शुल्क की राशि से ही बजट का प्रस्ताव तैयार को आरयू को भेजा था। लेकिन आरयू प्रशासन द्वारा बजट में भारी कटौती किए जाने के कारण इस प्लान पर ब्रेक लग सकता है।
बजट ४६ लाख का मंजूरी मात्र 16 लाख : डिपार्टमेंट ने 46 लाख रुपए का वार्षिक बजट विवि को भेजा था। लेकिन इसमें 65 फीसदी की कटौती करते हुए मात्र 16 लाख रुपए की मंजूरी विवि ने दी। इस राशि से अतिरिक्त एक भी गतिविधि चलाना मुश्किल है।
कंटिंजेंसी मद में तीन हजार : एमबीए डिपार्टमेंट को कंटिंजेंसी मद में मात्र तीन हजार रुपए प्रति माह देने की स्वीकृति मिली है, जबकि 25 हजार रुपए की मांग की गई थी।
ये थी शैक्षणिक योजनाएं
डिपार्टमेंट का कहना है कि यहां के छात्रों का कम्युनिकेशन स्किल काफी कमजोर रहता है। जबकि इस क्षेत्र में कम्युनिकेशन स्किल मजबूत होना जरूरी है। इसके लिए परमानेंट फैकल्टी की नियुक्ति होनी चाहिए। इंडस्ट्रियल टूर, मार्केटिंग सर्वे और कॉरपोरेट जगत से जुड़े केस की स्टडी सहित खेल से जुड़ी गतिविधियों पर आने वाले खर्च का प्रारूप तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा गया था।
बजट के अनुरूप मिलेगी राशि
विभाग को बजट के अनुरूप राशि दी जाएगी। शैक्षणिक समेत अन्य गतिविधियों के संचालन में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। इसका निराकरण शीघ्र कर लिया जाएगा।
डॉ. एए खान, कुलपति, रांची विश्वविद्यालय(राकेश,दैनिक भास्कर,रांची,14.8.11)
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