राज्य के डेंटल कॉलेज पटियाला, अमृतसर, फरीदकोट में डीसीआई की टीम औचक निरीक्षण कर सकती है। डेंटल काउंसिल आफ इंडिया की एक्जीक्यूटिव कमेटी ने डेंटल कालेजों को इस संबंधी पत्र लिख दिया है।
डीसीआई ने कालेजों को बिल्डिंग, क्षेत्र, योग्य टीचिंग स्टाफ, उपकरण, डेंटल चेयर्स, क्लीनिकल मटीरियल, मरीज व उनका रिकार्ड व इंफ्रास्ट्रक्चर सही करने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि यदि कालेजों में उक्त सुविधाओं में कोई कमी पाई जाती है, तो डीसीआई काउंसिल इसकी जांच करवाएगा व इनमें कमी सामने आने पर डेंटल कालेज के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
वर्ष 2010 में डेंटल कालेज पटियाला, अमृतसर व फरीदकोट के निरीक्षण में डीसीआई ने डेंटल टीचरों की भारी कमी पाई थी। इस पर सरकार ने डेंटल टीचरों की कमी दूर करने की बात कही। डेंटल कालेज पटियाला की प्रिंसिपल डॉ. विपिन भारती ने बताया कि नार्म्स के मुताबिक कमी को पूरा किया जा रहा है।
डेंटल कालेजों में इस समय 50 फीसदी से अधिक टीचरों के पद खाली हैं। मेडिकल एंड डेंटल टीचर एसोसिएशन पंजाब के प्रधान प्रोफेसर डॉ. जेपीएस वालिया व महासचिव डॉ. गुरमीत सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेजों में करीब 25 जबकि डेंटल कालेजों में 50 फीसदी से अधिक टीचरों के पद खाली पड़े हैं(दैनिक भास्कर,पटियाला,19.9.11)।
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