दिल्ली विश्वविद्यालय दो दशकों की पीएचडी ऑनलाइन करेगा। ऑनलाइन करने का मकसद छात्रों को अधिक से अधिक संसाधनों को उपलब्ध कराना है। इससे डीयू में पढ़ाई करने वाला कोई भी छात्र आंतरिक नेटवर्क के द्वारा इन किताबों को ऑनलाइन एक्सेस कर सकेगा। यही नहीं कई दुर्लभ किताबों को भी छात्र ऑनलाइन एक्सेस कर सकेंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय बीस सालों में छात्रों द्वारा जमा की गई 8300 पीएचडी को ऑनलाइन करेगा। दिल्ली विवि द्वारा इसे डिजिटलाइज्ड करने के लिए 28 लाख रुपए का फंड दिया गया था। दूसरे और तीसरे चरण में अन्य पीएचडी को भी डिजिटलाइज्ड किया जाएगा। इसमें आजादी से पहले के दशक की पीएचडी ऑनलाइन की जाएगी। केंद्रीय लाइब्रेरी कॉपीराइट किताबों को भी डिजिटाइज्ड कर रहा है। यही नहीं विभिन्न विषयों की कई दुर्लभ किताबें भी डिजिटलाइज्ड की जाएगी जो कि छात्रों के लिए काफी फायदेमंद होगी।
(हिंदु्स्तान,दिल्ली,25.9.11)।
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