पैरा मेडिकल के छात्र और पाठ्यक्रम चलाने वाले संस्थानों पर नजर रखने के लिए सरकार ने राज्य में पैरा मेडिकल काउंसिल (पराचिकित्सा परिषद) बनाने का फैसला किया है। कैबिनेट की बैठक में बुधवार को यह प्रस्ताव मंजूर किया गया। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पैरा-मेडिकल काउंसिल में पैरा-मेडिकल पाठ्यक्रम के पात्र उम्मीदवारों का पंजीकरण कराया जाएगा और काउंसिल उनके खिलाफ आने वाली शिकायतों की जांच भी कर सकेगी।
उन्होंने बताया कि पैरा-मेडिकल की बढ़ती मांग के कारण इसके छात्र अकसर अधूरी पढ़ाई कर नौकरी या स्वयं व्यवसाय शुरू कर देते हैं। यहीं नहीं कुछ लोग फर्जी शैक्षणिक संस्थानों के मार्फत पैरा-मेडिकल पाठ्यक्रम के प्रमाणपत्र देने का गोरखधंधा करते हैं। इन गड़बड़ियों की रोकथाम के लिए सरकार ने पैरा-मेडिकल काउंसिल का गठन किया है, जो इन सारी गतिविधियों पर नजर रखेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में सरकार की मदद करेगी(दैनिक भास्कर,मुंबई,22.9.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।