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21 अक्तूबर 2011

बिहारःनियमित होंगी संविदा पर बहाल नर्सें

नर्सिग की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए हर जिले में ‘स्किल लैब ’ की स्थापना की जाएगी। चिकित्सकों की कमी को ध्यान में रख कर ‘नर्सिग स्किल’ को सुदृढ़ कर एक हद तक स्वास्थ्य समस्याओं से निदान पाया जा सकता है। संविदा आधार पर बहाल नसरे को शीघ्र ही नियमित करने का निर्णय भी लिया गया है। ये बातें गुरुवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अिनी कुमार चौबे ने नर्सिग शिक्षा के सुदृढ़ीकरण को ले कर जपाइगों,‘नीपी’ व राज्य स्वास्थ्य समिति के बीच हुई त्रिपक्षीय समझौते के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां एक साथ सभी जिलों में नर्सिग शिक्षा के सुदृढ़ीकरण के कार्य को तरजीह दी गयी है। हालांकि पहले सहरसा व गया में प्रशिक्षण को लेकर विचार किया गया था, लेकिन निदान निकलते देख राज्य सरकार ने संपूर्ण जिले में स्किल लैब के जरिए नसरे को विशेष ज्ञान दिलाना सुनिश्चित किया गया। वैसे भी यहां 10 करोड़ 39 लाख की आबादी पर पांच हजार ही चिकित्सक हैं। अभी राज्य को कम-से-कम 12 हजार चिकित्सक की जरूरत है। ऐसे में नसरे का विशेष प्रशिक्षण कारगर साबित होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नर्सिग व्यवस्था को दुरुस्त करना चाहती है। इस लिहाज से सरकार ने 9 ए.एन.एम स्कूल को पांच-पांच करोड़ तो 5 जी.एन.एम स्कूल को दस-दस करोड़ रुपये देने का भी निर्णय कर लिया है। श्री चौबे ने कहा कि राज्य सरकार की यह भी मंशा है कि नर्सिग के स्कूल को किस तरह से कॉलेज में बदला जाए। सरकार इस कार्य को भी चरणवद्ध तरीके से करने जा रही है। जपाइगों के काउन्टरी डायरेक्टर डॉ. बुलबुल सूद ने सरकार की इस पहल पर स्वास्थ्य मंत्री को धन्यवाद देते कहा कि नर्सिग सिस्टम को विकसित करने के लिए 21 ए.एन.एम तथा 6 जी.एन.एम स्कूल का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। । रॉयल नाव्रे एमबेसी के डिप्टी एम्बेसडर असलक वरुण ने कहा कि इस सुदृढ़ीकरण अभियान में दो वर्षो तक अपना सहयोग देगी। उन्होंने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना करते कहा कि इससे स्वास्थ्य समस्याओं को सुधारने में सहायता मिलेगी। आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा सेवा में विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। दुर्भाग्य यह है कि अपेक्षित स्किल नहीं मिल पा रहा है। आईजीआईएमएस ने ही नर्सिग कॉलेज के लिए 20 छात्रों के नामांकन का विज्ञापन निकाला मगर मात्र अब तक 18 ही आवेदन आये हैं। ऐसे में आवेदन की तिथि 15 दिन और बढ़ायी गयी। इंडियन नर्सिग काउंसिल के वाइस प्रेसीडेन्ट आशा शर्मा ने कहा कि नर्सिग विद्यालयों में क्लीनिकल व शैक्षणिक स्तर को सुदृढ़ किया जाएगा। इसके साथ ही नर्सिग अध्यापक व अध्ययनरत छात्राओं को उच्च तकनीकी ज्ञान भी दिया जाएगा(राष्ट्रीय सहारा,पटना,21.10.11)।

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