मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

03 अक्तूबर 2011

हिमाचलःनौनिहालों को नहीं मिल रहा प्रोत्साहन योजना का लाभ

प्रदेश में पांच से आठ किलोमीटर तक का सफर तय करने वाले नौनिहालों का स्कूल पहुंचना मुश्किल हो गया है। खासतौर पर उन बच्चों का जो गरीबी की रेखा से नीचे रह रहे हैं।

सरकार ने ऐसे बच्चों को पांच से 8 किमी. का सफर तय करने के लिए प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना शुरू करने की बात कही थी, मगर उसके लिए विभागीय स्तर पर औपचारिकताएं ही अभी पूरी की जा रही हैं। लिहाजा ऐसे में छात्रों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। सरकार की तरफ से कम दूरी पर खोले गए 300 प्राइमरी स्कूलों को पूरी तरह बंद करने से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।

22 अक्टूबर तक आवेदन मांगे

विभागीय स्तर पर प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के लिए उप निदेशक स्तर पर 22 अक्टूबर तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं, जिसे स्कूल से भेजा जाएगा। यह आवेदन स्कूल के हेडमास्टर या प्रिंसिपल की तरफ से भेजने होंगे, जिसके बाद बजट का आवंटन होगा। हालांकि विभागीय स्तर पर जारी आदेश में यह स्पष्ट है कि छात्रों को यह छात्रवृत्ति 23 जुलाई से ही देय है, मगर अब तक मामला फाइलों में ही उलझे रहने से पात्र छात्रों को परेशानी आ रही है।


22 तक आवेदन

विभागीय स्तर पर जारी आदेशों में प्रोत्साहन छात्रवृत्ति के लिए 22 तक उपनिदेशक कार्यालय में आवेदन देने को कहा गया है। यह छात्रवृत्ति उनको मिलेगी, जो पांच किमी. या इससे अधिक दूरी तय करते हैं। यह छात्रवृत्ति २३ जुलाई को जारी हुई अधिसूचना से देय होगी, जबकि इसके लिए अभी बजट मांग प्रपत्र ही भेजे जा रहे हैं।

इतनी मिलेगी राशि

हिमाचल प्रदेश में करीब पांच किलोमीटर तक दूरी तय करने वाले छात्रों को 300 रुपए और आठ किलोमीटर से अधिक दूरी पर 500 रुपए छात्रवृत्ति देय होगी। बताया जाता है कि इसके लिए स्कूल के मुखिया की तरफ से पत्र भेजा जाना अनिवार्य है, ताकि पात्र छात्र को ही इसका लाभ मिल सके। 

स्कूलों को बजट उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह छात्रवृत्ति सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना की तिथि से देय होगी और इस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। यह बजट स्कूल के हेडमास्टर और प्रिंसिपल को दिया जाएगा।

डॉ. ओपी शर्मा, शिक्षा निदेशक(कुलदीप शर्मा,दैनिक भास्कर,शिमला,3.10.11)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।