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15 नवंबर 2011

जबलपुरःयहां पास कराने का लिया जा रहा ठेका

शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कुण्डम में चल रही ओपन स्कूल की परीक्षा में शिक्षा के दलालों द्वारा जमकर नकल कराई जा रही है। 5 नवंबर से शुरू हुए दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा में पहले दिन ही 6 प्रकरण नकल के उड़नदस्ते द्वारा बनाये गये थे। 5 नवंबर से शुरू हुई ओपन परीक्षा 29 नवंबर तक चलेगी।

बताया जाता है कि शिक्षा माफियाओं के साथ कुछ शिक्षक मिलकर विद्यार्थियों को पास कराने का ठेका ले रहे हैं। स्कूल में परीक्षा के दौरान कुछ शिक्षक इन्हीं विद्यार्थियों को खुलेआम नकल करवाते हैं। आरोप है कि जो परीक्षार्थी पैसा नहीं देते हैं उनके साथ कड़ाई बरती जाती है।

कल गणित का दसवीं का पेपर था जिसमें 178 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे, वहीं 12वीं में 58 छात्र-छात्राऐं शामिल हुए। कक्षा दसवीं एवं बारहवीं की ओपन परीक्षा दो पालियों में कराई जा रही है, जिसमें 10वीं का पेपर सुबह की पाली में तथा 12वीं का पेपर 3 बजे से 6 बजे की पाली में कराये जा रहे हैं।


पहले से बदनाम और दागी शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में ओपन परीक्षा में ठेके पर नकल कराई जा रही है, जिसमें छात्रों से 8 से 10 हजार में नकल कराने तथा पास कराने का ठेका लिया जाता है। ओपन परीक्षा में कुण्डम शाला में सबसे ज्यादा छात्र बाहर के जबलपुर से लेकर अन्य शहरों से आते हैं, जिन्हें शिक्षा के दलालों द्वारा नकल कराने का पूरा भरोसा दिलाया जाता है, वहीं जिनके जिम्मे परीक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाती है उन्हें भी शिक्षा माफिया द्वारा पूरी तरह सांठ-गांठ कर ली जाती है। 

कुण्डम के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उत्कृष्ट विद्यालय कुण्डम में पिछले 25 वर्षो से जमे शिक्षक हैं जिनके द्वारा यह अनैतिक कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 20-25 वर्षो में इनका कई बार ट्रांसफर हुआ, लेकिन ये शिक्षक यहां से जाने तैयार नहीं होते और अपना ट्रांसफर रूकवा लेते हैं इन्हीं शिक्षकों के कारण कुण्डम स्कूल का परीक्षा परिणाम भी खराब आता है क्योंकि छात्रों के मन में यह धारणा बन जाती है कि अगर हम दसवीं बोर्ड में फेल भी हो गये तो ओपन परीक्षा में नकल करके पास हो जायेंगे, जिसके चलते छात्र पढ़ाई में ध्यान नहीं देते। 

ओपन परीक्षा में नकल रोकने के लिए उड़नदस्ते बनाये गये हैं साथ ही जिला शिक्षाधिकारी द्वारा भी कड़े शब्दों में नकल रोकने एवं नकल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कुण्डम में ऐसा नहीं है, यहां धड़ल्ले से शिक्षकों द्वारा ही नकल छात्र-छात्राओं को कराई जा रही है(दैनिक भास्कर,कुण्डम,15.11.11)।

1 टिप्पणी:

  1. शिक्षामित्र जी, पटना में भी होता है यह…बिहार में भी…शायद आई आई टी सहित सब जगह…बहाने प्रोफ़ेसर कोटे का हो या कुछ और…

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