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03 नवंबर 2011

लखनऊःहोम्योपैथ पाठ्यक्रम में फार्माकोलॉजी का विरोध

होम्योपैथ पाठ्यक्रम में फार्माकोलॉजी शामिल किये जाने के निर्देश का होम्योपैथी चिकित्सकों ने बहिष्कार किया है। केन्द्रीय होम्योपैथी परिषद ने आयुष को पत्र लिखकर विरोध जताया है। केन्द्रीय स्तर पर आयुष ने होम्योपैथी चिकित्सालयों की स्थिति को सुधारने के लिए होम्योपैथी के छात्रों को अंग्रेजी दवाओं की जानकारी देने का निर्णय लिया है। इसके तहत होम्योपैथी पाठय़क्रम में फार्माकोलॉजी को शामिल करने के निर्देश दिये गये हैं। केन्द्रीय होम्योपैथी परिषद के सदस्य डा. अनिरुद्ध वर्मा का कहना है कि होम्योपैथी में दवाओं की संरचना व उनकी प्रभाव के लिए फार्माकोपिया पढ़ाया जाता है। इसमें दवाओं में पाये जाने वाले तत्व, उनका शरीर पर प्रभाव सभी है। इसके अतिरिक्त होम्योपैथ में दवाएं बीमारी के साथ ही मरीज को पूरा अध्ययन करने के बाद दी जाती है। जबकि एलोपैथ में ‘क्रूड’ कहलाती हैं। यह केवल बीमारी के लिए ही प्रयोग की जाती है। होम्योपैथ शिक्षकों का कहना है कि यही नहीं दवाओं के आधार पर ही इसकी फाम्रेसी भी अलग है(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,3.11.11)।

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