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13 दिसंबर 2011

उत्तराखंडःबीएड डिग्रीधारक स्नातक टीईटी पात्र

टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) में कामयाब होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में अब और इजाफा होगा। सभी स्नातक पास बीएड डिग्रीधारक अब टीईटी के लिए पात्र घोषित किए गए हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने स्नातक स्तर पर न्यूनतम अंकों की बाध्यता खत्म करने के आदेश जारी कर दिए। इससे दो हजार से ज्यादा युवाओं को लाभ मिल सकता है। टीईटी में शामिल होने के लिए एनसीटीई के निर्देशों के मुताबिक बीएड डिग्रीधारक सामान्य वर्ग के लिए स्नातक स्तर पर न्यूनतम 45 फीसदी और आरक्षित वर्गो अनुसूचित जाति-जनजाति और विकलांगों के लिए 40 फीसदी अंक होने अनिवार्य किए थे। राज्य सरकार ने एनसीटीई के निर्देशों के मुताबिक परीक्षा के लिए पात्रता शर्ते तय कीं। इसे बीएड डिग्रीधारकों ने नैनीताल हाईकोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में याचिकाकर्ताओं के तर्क को सही माना और स्नातक स्तर पर बीएड डिग्रीधारकों के लिए न्यूनतम अंकों की बाध्यता को गैर जरूरी बताया। अब इस संबंध में शिक्षा सचिव ओमप्रकाश ने आदेश जारी कर दिया। आदेश के मुताबिक अब स्नातक पास सभी मान्य बीएड डिग्रीधारक टीईटी के पात्र होंगे। परीक्षा आयोजक संस्था उत्तराखंड बोर्ड ने टीईटी में शामिल हुए 40 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों में 11 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया। अब शासनादेश के बाद टीईटी के लिए स्नातक पात्र सभी अभ्यर्थियों का रिजल्ट भी घोषित किया जाएगा। इससे पास घोषित अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ना तय है। माना जा रहा है कि दो हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को इसका लाभ मिल सकता है। यही नहीं सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए 2200 के बजाए 1657 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने जा रही है(दैनिक जागरण,देहरादून,13.12.11)।

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