बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से एमफिल करने वाले छात्र परेशान हो रहे हैं। इसकी वजह बीयू से उन्हें दी गई एमफिल की उपाधि है, जिसे कश्मीर में मान्य नहीं की जा रही है। इसके लिए छात्रों ने बीयू प्रबंधन से भी शिकायत की है।
दरअसल, यूजीसी द्वारा लागू किए गए नए नियमों के मुताबिक अक्टूबर 2009 के बाद से पीएचडी या एमफिल करने की मंजूरी के पहले एंट्रेंस टेस्ट देना अनिवार्य होगा, लेकिन यह नियम यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों ही लागू किया है। इस वजह से पिछले दो साल में जिन छात्रों ने बीयू से एमफिल किया है, उन्हें प्रदेश के बाहर किसी भी यूनिवर्सिटी द्वारा मान्य नहीं किया जा रहा है। अब छात्रों को यह नहीं समझ आ रहा है कि वे इस एमफिल का क्या करें? हालांकि, बीयू प्रबंधन का इस बारे में कहना है कि पीएचडी और एमफिल दोनों के लिए ही शासन स्तर से यूजीसी से चर्चा की जा रही है। शीघ्र ही इसको मान्य करने के लिए हल निकाला जाएगा(दैनिक भास्कर,भोपाल,13.12.11)।
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