मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

14 दिसंबर 2011

बिहारःटीईटी वंचितों को भी मिलेगा मौका,परीक्षा जनवरी में

प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा से वंचित अभ्यर्थियों को भी परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। उनकी परीक्षा अब जनवरी में ली जायेगी और सभी का परीक्षाफल एक साथ प्रकाशित किया जायेगा। ऐसे दो लाख पच्चीस हजार अभ्यर्थी हैं जिनका आवेदन कई प्रकार की त्रुटियों के कारण रद्द कर दिया गया था। वहीं 20 एवं 21 दिसम्बर को निर्धारित परीक्षा भी होगी। राज्य के शिक्षा मंत्री पीके शाही ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ पात्रता परीक्षा की समीक्षा के बाद पत्रकारों को यह जानकारी दी। समझा जाता है कि राज्य भर में एडमिट कार्ड वितरण के दौरान हंगामे के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है। मंत्री ने बताया कि बैठक में पात्रता परीक्षा के सभी पहलुओं पर विचार किया गया। उन्होंने बताया कि परीक्षा को लेकर मुक्क मल तैयारी की गयी है और कदाचारमुक्त परीक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में अस्वीकृत आवेदनों पर भी गंभीरता से विचार किया गया। समीक्षा के दौरान आवेदन पर दिये गये निर्देश में भी त्रुटि की बात सामने आयी। मंत्री ने माना कि विभागीय लापरवाही के कारण कुल बाईस हजार आवेदन रद्द हो गये। वहीं एक ही व्यक्ति द्वारा दो-दो बार आवेदन जमा करने के कारण भी कई आवेदन रद्द हो गये। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की उम्र सीमा में दस साल की छूट को भी कम्प्यूटर ने नहीं लिया। इसका भी खामियाजा अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ा। मंत्री ने बताया कि विभागीय दोष के कारण वंचित 22 हजार अभ्यर्थियों को 20 दिसम्बर से शुरू होने वाली परीक्षा में शामिल कराया जायेगा। जो बच जायेंगे उन्हें जनवरी माह में होने वाली परीक्षा में शामिल किया जायेगा। मंत्री ने कहा कि रद्द आवेदनों के अभ्यर्थियों को फिर से परीक्षा में शामिल कराना विधि सम्मत नहीं है लेकिन राज्य में बेरोजगारी के कारण संवेदनशील सरकार ने उन्हें फिर से मौका देने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि जनवरी में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के साथ ही वंचित आवेदकों की परीक्षा ली जायेगी लेकिन इसके लिए फिर से कोई आवेदन नहीं लिये जायेंगे। उसी आवेदन के आधार पर परीक्षा होगी। मंत्री ने लोगों को धैर्य रखने की अपील की और कहा कि सरकार नौजवानों को मौका देने से पीछे नहीं हटेगी(राष्ट्रीय सहारा,पटना,14.12.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।