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06 दिसंबर 2011

मल्टीमीडिया में करिअर

मल्टीमीडिया आज का एक अत्यंत आकर्षक करिअर है। यह एक ऐसी टैक्नीक है जिसमें विभिन्न माध्यमों से जैसे ऑडियों वीडियो टैक्स्ट, ग्राफिक्स एनीमेशन थ्रीडी व स्पेशल इफेक्ट मिलकर कम्प्यूटर को इनएक्टिव बनाते हैं।
सूचना क्रांति के इस दौर में ग्राफिक डिजाइनिंग का खूब बोलबाला है। कम्प्यूटर द्वारा की जाने वाली इस टैक्नीक को एनिमेशन कहते हैं। किसी भी टीवी चैनल पर आप स्पेशल इफैïकट्स, रंगारंग ग्राफिक्स तथा एनीमेशन की मनभावन मेस्मेराइज कर देने वाली छटाएं देख सकते हैं।
पिछले कुछ सालों में फिल्म, एडवरटाइजिंग, एजुकेशन, टी.वी., प्रिटिंग इंटरनेट के अलावा, होर्डिंग, रंगीन बैनर्स व पोस्टर्स पर भी इसका उपयोग हो रहा है। आज हर चीज ब्यूटीफाई करने का चलन है ऐसे में कलर्स व इलस्ट्रेशन ने डिजाइनिंग के लिए नए आयाम खोल दिए हैं।
ग्राफिक एनिमेशन फिल्म डिजाइन के साथ ही कैरीकेचर टैक्नीक का भी बहुत फास्ट डेवलपमेंट देखने में आता है। (कैड कम्प्यूटर एडेड डिजाइनिंग) 3 डी ग्राफिक्स आज के युवाओं को खूब लुभा रहे हैं।
कार्टून फिल्में अब सिर्फ बच्चे ही एंजॉय नहीं करते। बड़े भी इसे उतना ही एंजॉय कर रहे हैं। इस में अच्छी अर्निंग को देखते हुए कई लोग इसमें अपना करिअर बनाने में दिलचस्पी लेने लगे हैं।
इसमें सब से बड़ा फायदा यह है कि इसके लिए कोई उच्च शिक्षा की आवश्यकता नहीं है। इंग्लिश पर अच्छा कमांड होना काफी है लेकिन करिअर में आगे बढऩे, ऊंचाइयां नापने के लिये अच्छी पर्सनेलिटी, कम्प्यूटर की गहरी नॉलेज, काम के प्रति लगन और अच्छा पी आर तथा टीम फीलिंग होना भी काफी मायने रखता है। अच्छे खासे अनुभव के बाद तगड़ी कमाई आम बात है।
आईटी का सबसे अधिक प्रभावशाली माध्यम है इंटरनेट। इसमें वेबसाइट्स खास तरीके से डिजाइन की जाती है। इन्हें वेबपेज कहा जाता है। हाई स्टैंडर्ड की वेबसाइट्स मल्टीमीडिया को एक्सप्लॉयट कर विचारों को सजीव करती है।
मल्टीमीडिया टैक्नीक जैसे फ्रंटपेज, ड्रीमवीवर, पेजमील तथा फ्लैश की अच्छी जानकारी रखने वाले बहुत डिमांड में हैं। वे ग्राफिक डिजाइनर, वेब एनीमेटर, वेब डिजाइनर, वेब साइट कंस्ट्रक्टर, इंटरएक्टिव साइट डेवलपर, वेबसाइट एडमिनिस्ट्रेटर, ई बिजनेस, पोर्टल डिजाइनर तथा वेब डेटाबेस मैनेजर कुछ भी बन सकते हैं।

ग्राफिक डिजाइनिंग में एडमिशन के लिए 12वीं क्लास पास होना जरूरी है। चयन के लिए लिखित एग्जाम देना होता है। कमर्शियल आर्ट और मल्टीमीडिया के पाठ्यक्रमों में एडमिशन देते समय साइंस और मैथ्स के बैकग्राउंड वाले स्टूडेंट्स को प्रिफरेंस दी जाती है। सैस ऑफ ह्यूमर, रिच इमेजिनेशन, क्रिएटिविटी तथा अच्छी ड्राइंग बनाने का आर्ट होना जरूरी है।
इसमें रोजगार की अनेक संभावनाएं हैं इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट दोनों पावरफुल मीडिया में ग्राफिक डिजाइनर या विजुअलाइजर आर्टिस्ट की डिमांड हैं।
मल्टीमीडिया की पढ़ाई करके टीवी, रेडियो, न्यूजपेपर, फैशन डिजाइनिंग, इंटीरियर डेकोरेशन, ज्वेलरी, शिक्षा, उत्पादन और निर्माण में तो अच्छी संभावनाएं हैं ही, इसके अलावा गेमिंग विशेषज्ञों के लिए डिजिटल गेम बनाने वाली कंपनियों में अवसर हैं।

प्रमुख इंस्टीट्यूट :-
फ्लैश एंड मीडिया, प्रीत विहार, दिल्ली,
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
माया एकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमेटिक्स, साउथ एक्स, नई दिल्ली
सेंटर फॉर इलेक्ट्रॉनिक डिजाइन एंड टेक्रॉलाजी ऑफ इंडिया, मोहाली, चंडीगढ़
एरिना मल्टीमीडिया, नयी दिल्ली
रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ग्राफिक कम्यूनिकेशन एंड टेक्नॉलाजी, पुणे।
ग्लोबल लेवल पर :- डिजाइन कौंसिल ऑक्सडेन स्ट्रीट,लंदन एसडब्ल्यू 1.4 ई, नेशनल कार्टूनिस्ट सोसायटी,पीओ बॉक्स 20267, कोलंबस सर्किल स्टेन, न्यूयॉर्क 10023 इत्यादि प्रेस्टीजियस ट्रेनिंग सेंटर है(ऊषा जैनि शीरी,दैनिक ट्रिब्यून,30.11.11)।

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