tag:blogger.com,1999:blog-5737349457078707260.post3000694820610234595..comments2024-03-06T12:40:57.030+05:30Comments on भाषा,शिक्षा और रोज़गार: दूसरे के लिए अवसर है आपकी नाकामीशिक्षामित्रhttp://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5737349457078707260.post-56589717884291911862011-12-19T17:47:26.703+05:302011-12-19T17:47:26.703+05:30इसीलिए किसान अमीर हैं! यह धकेलने वाली भावना ही है ...इसीलिए किसान अमीर हैं! यह धकेलने वाली भावना ही है जो आदमी को यहाँ तक लायी है। एक भारी नीचता और अमानवीय कार्य है यह। शीर्षक ही कुछ अखर गया। ऐसे लेखों को स्थान मिलना चाहिए यहाँ?चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5737349457078707260.post-38677641779443024542011-12-19T13:29:21.436+05:302011-12-19T13:29:21.436+05:30सार्थक एवं सटीक पोस्ट आभार ....समय मिले कभी तो आये...सार्थक एवं सटीक पोस्ट आभार ....समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है ....http://mhare-anubhav.blogspot.com/Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.com