प्रदेश में आईआईआईटी (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी) खोलने की योजना ने वेस्टर्न यूपी के लोगो में उत्साह भर दिया है। एमटीयू कैंपस में शनिवार को आयोजित अहम बैठक में शिक्षाविदों ने इसे यूपी के लिए अहम अवसर करार देते हुए इंस्टिट्यूट के लिए उचित लोकेशन खोजने पर चर्चा की। करीब 2 घंटे चली बैठक में प्राइवेट सेक्टर से जुड़े कॉलेज प्रबंधक भी इस योजना के फायदे के बारे में पूछताछ करते रहे। बैठक में गौतमबुद्घनगर जिले के डीएम दीपक अग्रवाल, हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन यू. एन. ठाकुर, यूपीटीयू के पूर्व वीसी प्रफेसर प्रेमव्रत और वेस्टर्न यूपी के करीब डेढ़ दर्जन कॉलेजों के प्रबंधक शामिल हुए। बैठक का संचालन कर रहे एमटीयू के वीसी प्रफेसर शिबन काक ने उपस्थित लोगों को केंद्र सरकार की आईआईआईटी खोलने की योजना से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में बनने वाला यह संस्थान करीब 100 एकड़ भूमि में बनाया जाएगा। इसके निर्माण में 50 पर्सेंट राशि केंद्र सरकार देगी। बाकी 35 पर्सेंट हिस्सा यूपी सरकार और 15 पर्सेंट हिस्सा संबंधित प्राइवेट सेक्टर को वहन करना होगा। बैठक में लोगों ने कहा कि इस संस्थान को यूपी के एनसीआर वाले इलाके में ही स्थापित किया जाना चाहिए। यहां से पास आउट होने वाले स्टूडेंट्स के लिए प्लेसमेंट के बेहतर चांस रहेंगे और संस्थान को भी बढि़या अवसर मिल सकेंगे। शिबन काक ने बताया कि मीटिंग के सभी विचारों को नोट कर लिया गया है। इस बैठक की निष्कर्ष रिपोर्ट तैयार कर उचित लोकेशन वाला प्रपोजल जल्द ही शासन को भेज दिया जाएगा(नवभारत टाइम्स,नोएडा,23.1.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।