रांची विवि के 25वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटील ने 36 में से 32 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया. सुतापा घोष को ओवरऑल बेस्ट पोस्ट ग्रेजुएट, अशिता सिंह को ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट व विंदु कुमारी को ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट वोकेशनल के लिए गोल्ड मेडल दिया गया.रांची कॉलेज के सामने स्थित दीक्षांत समारोह स्थल पर हजारों लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच 32 होनहार विद्यार्थी राष्ट्रपति के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त करने पर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे.
सबसे दिलचस्प बात तो यह थी कि 36 गोल्ड मेडलिस्टों की सूची में 25 लड़कियां थीं. राष्ट्रपति ने अपने भाषण में भी इसका जिक्र भी किया. संबंधित संकाय के डीन के आग्रह और राष्ट्रपति व राज्यपाल की स्वीकृति के बाद 2736 में से 2235 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गयी. राष्ट्रपति के जाने के बाद कुलपति प्रो एए खान व प्रतिकुलपति प्रो वीपी शरण व डीन ने सभी विद्यार्थियों को क्रमवार शाम पांच बजे तक डिग्रियां बांटी.
उधर,रांची विश्वविद्यालय के 25वें दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील के हाथों बांटी गयी कुछ डिग्री सर्टिफिकेट में कई गड़बड़ियां पायी गयी. गौरतलब है कि डिग्री सर्टिफिकेट विवि प्रशासन ने तैयार किया था.
उदाहरण के तौर पर डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी परीक्षा 2009 में सुधा पांडेय ने उत्तीर्णता प्राप्त की. उन्हें सोशल साइंस में उत्तीर्ण दिखाया गया है, जबकि यह डिग्री मानविकी संकाय में प्रदान की जाती है.
इतना ही नहीं, भाषा संबंधी कुछ गलतियां दर्ज हैं. जैसे विषय, भाषा, शिक्षण, शिक्षा व शास्त्रीय गलत लिखा गया है. त्रुटिपूर्ण डिग्री सर्टिफिकेट को लेकर आवेदक परेशान हैं(प्रभात ख़बर,रांची,11.12.2010).
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।