अगर आप घर बैठे अच्छी कमाई करना चाहते हैं और ऑनलाइन में रुचि रखते हैं तो आपके पास कई ऑनलाइन जॉब ऑफर मिल सकते हैं। ज्यादातर ऑनलाइन रोजगारों से जुड़ने के लिए आपको कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ता। इसका मतलब बिना पैसा खर्च किए मुफ्त में ऑनलाइन रोजगार पाएं। आपको सिर्फ अपने प्रोफाइल से मिलती-जुलती ऑनलाइन जॉब तलाशनी होगी।
ऑनलाइन कॉपीराइटर
कॉपीराइटर एक ऐसा रोजगार है जिसमें अच्छी खासी आमदनी है। यहां कई ऐसी कंपनियां हैं जो वेब संबंधी कॉपीराइटर की नौकरी देती हैं। यह काम बिना किसी झंझट के किया जा सकता है। सिर्फ आपको विभिन्न विषयों पर कुछ जनरल में लेख लिखने हैं। कंपनियां आपके द्वारा चुने गए विषयों या फिर आपकी विशेषज्ञता के मुताबिक लेख लिखने का ऑफर देती हैं। आप कुछ लेख लिखकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। आमतौर पर भुगतान प्रति १०० शब्दों के हिसाब से दिया जाता है। जैसे-जैसे आप का अनुभव और विशेषज्ञता बढ़ती जाएगी वैसे ही आपको इससे ज्यादा भी मिलने लगेगा।
ऑनलाइन डाटा एंट्री
अन्य उच्च ऑनलाइन कमाई का साधन है ऑनलाइन डाटा एंट्री। ऑनलाइन पैसा कमाने का सबसे सरल काम है डाटा एंट्री। डाटा एंट्री में कुछ सरल काम शामिल हैं जैसे पीडीएफ पेज से कुछ डाटा निकालना या पेज को स्कैन कर वर्ड डॉक्यूमेंट में बदलना। इसके अलावा, कुछ फार्म को भरना, कंपनियों द्वारा दिए कुछ आंकड़ों को सभी जगह पर भरना आदि।
हर एक नौकरी के बदले २.४ रोजगार देता है इंटरनेटः सर्वे
हमारे जीने, खरीदारी और काम करने के ढंग को बदल देने वाला इंटरनेट धीरे-धीरे रोजगार सृजन का भी बड़ा माध्यम बनता जा रहा है। वैश्विक प्रबंधन परामर्श कपंनी मैकेंसी ने एक सर्वे में निष्कर्ष निकाला है कि इंटरनेट अगर एक नौकरी समाप्त करता है तो उसके बदले २.४ रोजगार सृजित करता है। मैकेंसी ग्लोबल इंस्टिटयूट की रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेट ने विकास, रोजगार तथा संपन्नता पर बड़ा असर डाला है। इसके अनुसार इंटरनेट के प्रचार-प्रसार के कारण कुछ रोजगार समाप्त हो रहे हैं, लेकिन उससे भी कहीं अधिक रोजगार सृजित भी हो रहे हैं। नए रोजगारों में इंटरनेट से जुड़ी सॉफ्टवेयर इंजीनियर तथा ऑनलाइन मंडी की नौकरियां शामिल हैं। सर्वे में फ्रांसीसी अर्थव्यवस्था के व्यापक विश्लेषण से सामने आया है कि बीते १५ साल में इंटरनेट के कारण वहां ५,००,००० नौकरियां समाप्त हुईं पर इसके कारण ही १२ लाख नए रोजगार के अवसर सृजित किए गए। यानी सीधे-साधे ७,००,००० रोजगारों का फायदा हुआ।
मैंकेंसी ने एक अन्य सर्वे ४,८०० लघु एवं कुटीर उद्योगों का किया है जिसके अनुसार इंटरनेट के कारण समाप्त होने के वाले हर एक रोजगार के बदले २.६ नई नौकरियां सामने आती हैं। इसे इंटरनेट की रोजगार सृजन की क्षमता साबित होती है। कंपनी ने जी८, ब्राजील, चीन, भारत, दक्षिण कोरिया तथा स्वीडन सहित १३ देशों में में इंटरनेट के असर का अध्ययन किया है। इन १३ देशों की जीडीपी में इंटरनेटर की हिस्सेदारी औसतन ३.४ फीसदी दर्ज की गई है, जोकि कृषि, ऊर्जा और अन्य बेहतर मौजूदा उद्योगों से ज्यादा है। इसी दौरान, संयुक्त राष्ट्र ने "मिलेनियम गोल" सूची में इंटरनेट को प्रमुखता से रखा है जिससे गरीबी घटाने और तर्कसंगत विकास को प्रोत्साहित करने में मददगार साबित हुआ है। करीब दो अरब लोग फिलहाल इंटरनेट से जुड़े हुए हैं और प्रत्येक साल इस संख्या में २० करोड़ लोग जुड़ रहे हैं। भारत और चीन वैश्विक इंटरनेट जगत में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं, जहां २० फीसदी की वृद्धि दर से नए कनेक्शन जोड़े जा रहे हैं।
(आशुतोष वर्मा,नई दुनिया,दिल्ली,30.5.11)
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