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23 जून 2011

लखनऊःबीकाम में प्रवेश का सबसे ज्यादा क्रेज

नेशनल पीजी कालेज में बीकाम में दाखिले को लेकर एक-एक सीट के लिए 18 छात्रों ने दावेदारी की है। महाविद्यालय में दाखिला प्रवेश परीक्षा से होना है, ऐसे में बुधवार को सात केन्द्र पर आयोजित की गयी प्रवेश परीक्षा में 6900 से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए हैं जबकि बीकाम में प्रवेश के लिए करीब 350 छात्र गैरहाजिर रहे। नेशनल पीजी कालेज में बीकाम में प्रवेश के लिए 7300 फार्म बिके थे। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एसपी सिंह ने परीक्षा के शांतिपूर्ण होने के दावा किया है। समय से पहले कापियां जमा कराने पर हंगामा : पीजी कालेज में बुधवार को ही राजर्षि टण्डन मुक्त विविद्यालय के छात्रों ने उत्तर-पुस्तिकाएं समय से पहले जबरिया जमा कराने को लेकर हंगामा किया। उधर महाविद्यालय प्रबंधन ने छात्रों के साथ किसी भी प्रकार की बदसुलूकी या फिर जबरिया कापी लिये जाने से इंकार किया

बीकाम में प्रवेश का सबसे ज्यादा क्रेज
लखनऊ विविद्यालय सहित राजधानी के टॉप स्कूलों में बीकाम में प्रवेश को लेकर सबसे ज्यादा क्रेज है। विविद्यालय में बीकाम की 450 सीटों के लिए 5449 अभ्यर्थियों की कतार है तो नेशनल पीजी कालेज में 440 सीटों के लिए करीब 7000 विद्यार्थी लाइन में हैं। केकसी महाविद्यालय में बीकाम की सीटों के लिए अभी तक 3000 आवेदन आ चुके हैं और 25 जून तक इनकी संख्या में एक हजार की और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। बीकाम में प्रवेश के लिए छात्रों के बीच बढ़ी प्रतिस्पर्धा की वजह को लेकर विशेषज्ञ व प्राचार्य अपनी वजहें बता रहे हैं। नेशनल जीपी कालेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह का कहना है कि बीकाम से आगे जाने के कई रास्ते हैं। गणित वर्ग की पढ़ाई करके जहां सिर्फ इंजीनियरिंग का रास्ता बनता है तो बायो के लिए मेडिकल की राह ही खुलती है, लेकिन बीकाम करने के वाले छात्रों को बैंकिंग, कारपोरेट, मार्केटिंग के साथ प्रबंधन क्षेत्र में भी प्राथमिकता मिल रही है। इसी वजह से बायो ग्रुप के छात्र भी बीकाम में प्रवेश के लिए कतार लगाये हैं। लखनऊ विविद्यालय में बीकाम आनर्स की 100 सीटों पर प्रवेश के लिए 1126 छात्र-छात्राओं की अर्जी है। केकेसी महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एसडी शर्मा ने कहा कि एकाउण्ट व मार्केटिंग क्षेत्र में बीकाम की मांग सबसे ज्यादा है। इसका असर स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला के लिए आये आवेदनों में देखा जा रहा है। काफी अर्से बाद बीकाम की मांग में एकाएक इजाफा हुआ है। लविवि से सहयुक्त गल्र्स महाविद्यालयों में शामिल आईटी पीजी कालेज में भी बीकाम में प्रवेश के लिए काफी फार्म आये और करामत गल्र्स महाविद्यालय ने तो लविवि से बीकाम में 240 अतिरिक्त सीटों की मांग भी कर दी है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजकीय महाविद्यालय में भी बीए से ज्यादा बीकाम के फार्म बिक चुके हैं और छात्राओं की लम्बी कतार है। सूत्रों का कहना है कि मल्टीनेशनल कम्पनियों तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों में आयी नौकरियों की बहार ने अभी तक चमक खो चुके बीकाम की मांग एक बार फिर बढ़ा दी है और शैक्षिक सत्र 2011-12 में हो रहे दाखिलों में इसकी तस्वीर साफ देखी जा सकती है(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,23.6.11)।

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