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15 दिसंबर 2011

दिल्लीःमंदी के शोर में भी आठ हजार को मिलेगा जॉब

भले ही इन दिनों अर्थव्यवस्था में मंदी का शोर सुनाई दे रहा हो, लेकिन इसके बावजूद दिल्ली में रोजगार की भरमार है। राजधानी में लगभग करीब १क्क् छोटी-बड़ी कंपनियां हाथ में एप्वाइंटमेंट लेटर लिए होनहार कर्मचारियों को ढूंढ रही हैं। नौकरियां देने वालों में टाटा व वोल्टॉस जैसी बड़ी भारतीय और हिताची जैसी विदेशी कंपनियां भी शामिल हैं। बुधवार को इन कंपनियों ने महज एक घंटे में २४ युवाओं को नियुक्ति पत्र दे दिए। ये सभी नियुक्तियां सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी हैं। इसके अलावा, अब अगले दो दिनों में ही करीब 8500 और नौकरियां भी दी जानी हैं।


कथित मंदी के इस दौर में दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा कैंपस प्लेसमेंट बुधवार को शुरू हुआ। स्वयं मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने माना कि रोजगार का यह मेला अब तक का सबसे बड़ा आयोजन है और दिल्ली में इससे पहले कभी एक स्थान पर एक साथ इतनी नौकरियां नहीं दी गईं। साथ ही, शीला दीक्षित ने कपंनियों से बातचीत के बाद यह भी बताया कि अभी भी देश में दक्ष कर्मचारियों की मांग बरकरार है। यह प्लेसमेंट आईटीआई पूसा में शुरू किया गया है। अब 14,15 व 16 दिसंबर, यानि महज तीन दिन में यहां 8500 से अधिक रोजगार उपलब्ध कराए जाएंगें। इनमें से 6000 हजार रोजगार आईटीआई से प्रशिक्षित युवाओं के लिए है। इनका साक्षात्कार आईटीआई कैंपस में ही होगा और साक्षात्कार में सफल रहने वाले अभ्यर्थियों को वहीं नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। आईटीआई के अलावा 2500 नौकरियां पॉलिटेक्निक कर चुके अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रखी गई हैं।

खास बात यह है कि कैंपस में युवाओं को न केवल नौकरियां दी जा रही हैं, बल्कि इन्हें मिलने वाला पैकेज भी पहले की तुलना में कहीं बेहतर है। दिल्ली सरकार में प्रशिक्षण एवं तकनीकी विभाग के प्रधान सचिव आनंद प्रकाश के मुताबिक आईटीआई के दो छात्र तो इस समय एक-एक करोड़ रुपए का पैकेज प्राप्त कर रहे हैं। कैंपस प्लेसमेंट के मौके पर सरकार ने इन दोनों छात्रों को विशेष रूप से सम्मानित भी किया। 

बाजार की मांग के अनुरूप बने हैं पाठ्यक्रम:
दिल्ली में रोजगार बढ़ने का एक बड़ा कारण यह है कि यहां तकनीकी शिक्षा केंद्रों में दी जाने वाली शिक्षा एवं प्रशिक्षण बाजार की मांग के अनुरूप हैं। पाठ्यक्रम तैयार करने में सरकार विभिन्न औद्योगिक संगठनों से मदद लेती है। औद्योगिक संगठनों की मांग व राय के अनुरूप आईटीआई व पॉलीटेक्निक के कई कोर्स डिजाइन किए गए हैं। दिल्ली में फिलहाल ७९ आईटीआई व ७५ व्यवसायिक प्रशिक्षण सुधार परियोजनाएं हैं, जिनके तहत ७५ विभिन्न पेशों में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। शायद यही कारण है कि बुधवार से शुरू हुए रोजगार के इस महामेले में नौकरी चाहने वाले युवाओं की पौ बारह रही। यहां एक से अधिक अवसर होने के कारण इन युवाओं के पास अपनी पसंद की कंपनियां चुनने का भी मौका है(दैनिक भास्कर,दिल्ली,15.12.11)।

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