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23 जनवरी 2011

काशी विश्वनाथ मंदिर में फर्जी नियुक्ति मामले में मुकदमा दर्ज

काशी विश्वनाथ मंदिर में नियुक्ति का फर्जी विज्ञापन देकर युवकों को झांसा देने के मामले में काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की ओर से चौक थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने कैंट स्टेशन के पास फार्म बेचने वाले एक दुकानदार को हिरासत में लिया है। मंदिर के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने नामजद रिपोर्ट लिखाई है जबकि पुलिस के मुताबिक अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और साजिश रचने का मामला दर्ज कराया गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में धर्म प्रचारक, सूचना प्रसारणकर्ता, कर्मकांडी आदि पदों पर नियुक्ति का विज्ञापन दिया गया था। पता चला है कि विज्ञापन निकलने के बाद दुकानदारों ने फार्म छपवाकर बेचना शुरू कर दिया था। मामला सामने आने पर मंदिर प्रबंधन ने तीसरे दिन इस मामले में चौक थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। चौक थाने के प्रभारी डीपी आर्या ने बताया कि अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ओमप्रकाश गोस्वामी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अज्ञात आरोपियों पर धारा ४१९, ४२०, २९८ ए और १२० बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। हालांकि अपर कार्यपालक ओपी गोस्वामी ने बताया कि इस मामले में आशीष कुमार और एक पुस्तक केंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
शुक्रवार को मंदिर के अधिकारियों ने विज्ञापनदाता का विवरण एकत्रित किया था। विज्ञापन आशीष कुमार नामक किसी व्यक्ति ने दिया था। उसके लिए सात हजार रुपये का बिल भुगतान किया। विज्ञापन प्रकाशित होने के बाद फार्म छपवा कर दुकानों पर उसकी बिक्री की जाने लगी। मंदिर के अधिकारी इन्हीं का नाम ले रहे हैं लेकिन सवाल है कि रिपोर्ट अज्ञात लोगों के खिलाफ क्यों दर्ज कराई गई? आवेदनपत्र पर कार्यालय यंत्र एवं पार्सल विभाग, काशी विश्वनाथ मंदिर, नीलकंठ, चौक पता दिया गया है। नीलकंठ और सरस्वती फाटक के बीच में कोई दूसरा काशी विश्वनाथ मंदिर नहीं है(अमर उजाला,वाराणसी,23.1.11)।

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