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23 जनवरी 2011

मध्यप्रदेशःअंकों में उलझी एमईटी-प्रीएमसीए

एमबीएस और एमसीए में प्रवेश के लिए छह फरवरी को होने वाली एमईटी- प्रीएमसीए परीक्षा व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने स्थगित कर दी है। अब यह परीक्षा छह मार्च को नए नियमों से आयोजित की जाएगी। एमबीए-एमसीए में अब स्नातक स्तर पर 50 फीसदी अंक पाने वाले छात्र ही प्रवेश ले सकेंगे। वहीं पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) में भी मेट के जरिए ही प्रवेश दिया जाएगा। व्यापमं ने शनिवार को नए नियमों के साथ ही परीक्षा की नई तिथि भी घोषित कर दी है। जानकारी के अनुसार मंडल को यह कदम एआईसीटीई के नए नियमों के कारण उठाना पड़ा है। एआईसीटीई ने नए नियमों में एमबीए व एमसीए में प्रवेश के लिए सामान्य वर्ग के लिए 50 प्रतिशत तथा आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 45 प्रतिशत अंक अनिवार्य कर दिए हैं। जबकि मंडल ने इन दोनों ही परीक्षाओं के लिए सामान्य वर्ग के लिए 45 प्रतिशत अंकों को पात्र मानते हुए फार्म जमा कराए थे। इसके अलावा बारहवीं में गणित विषय की अनिवार्यता भी नए नियमों में कर दी गई है। इसे देखते हुए मंडल को परीक्षा तिथि बदलना पड़ी है। पीजीडीएम भी शामिल नए नियमों में एआईसीटीई ने पीजीडीएम के लिए भी राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा अनिवार्य कर दी है। इसके लिए भी सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत अंकों पर प्रवेश दिया जाना है। जबकि पूर्व में जमा कराए गए फार्म में केवल एमबीए-एमसीए ही शामिल थे। पीजीडीएम में भी मेट के जरिए ही प्रवेश की व्यवस्था करते हुए मंडल को नए सिरे से फार्म जमा कराने पड़ रहे हैं। फिर से भरे जाएंगे फार्म नए नियमों पर प्रवेश देने के लिए मंडल द्वारा नए सिरे से फार्म जमा कराए जाएंगे। पीजीडीएम के अलावा पूर्व में फार्म भरने से वंचित रहे उम्मीदवार भी इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह फार्म 24 जनवरी से पांच फरवरी तक जमा होंगे। फीस एवं आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूर्ववत ही रहेगी। ऐसे छात्रों को दोबारा आवेदन की जरूरत नहीं है, जो नए नियमों की पूर्ति करते हैं। इन्हें पीजीडीएम के लिए भी पात्र माना जाएगा(दैनिक जागरण,भोपाल,23.1.11)।

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