जिला प्रशिक्षित बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ पीईटी के पदों पर भरती के लिए जमा दो कक्षा में पचास प्रतिशत अंकों की शर्त पर बिफर गया है। संघ ने प्रशिक्षित बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप सरकार पर जड़ा है। संघ ने सरकार से मांग की कि शारीरिक शिक्षकों के पदों को पुराने नियमों के आधार पर भरा जाए। यदि बेरोजगारों को राहत प्रदान नहीं की गई तो मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
शारीरिक शिक्षक संघ ने शिमला में आयोजित आपात बैठक में नए नियमों का कड़ा विरोध जताया। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष संजीव कपिल ने की। अपने संबोधन में उन्होंने ने कहा कि एससीवीटी संस्थानों में कोर्स में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता दसवीं निर्धारित थी, लेकिन अब भरती नियमों में संशोधन कर बेरोजगार प्रशिक्षितों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
इससे प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षकों का एक अदद रोजगार हासिल करने का सपना अधूरा रह जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग की। संजीव कपिल ने कहा कि बेरोजगार प्रशिक्षित आंदोलन का रुख भी अपना सकते हैं। बैठक में संघ के उपाध्यक्ष रमेश, सचिव नरेंद्र, कोषाध्यक्ष ज्ञानेंद्र, सह सचिव सुमन, सह कोषाध्यक्ष लच्छी राम, रीना, कुलदीप, प्रमोद, संजीव, ज्योति स्वरूप, कमल शर्मा, देश राज, मनी राम, आरएस पंकज, विपन ठाकुर, पंजक, पूनम सहित अन्य प्रशिक्षित बेरोजगारों ने भाग लिया(अमर उजाला,शिमला,23.1.11)।
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