मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

25 जनवरी 2011

भ्रष्ट शिक्षकों की छंटनी करेगा लखनऊ विश्वविद्यालय

भ्रष्टाचार का आरोप लगने से आहत शिक्षकों की भावनाओं को तवज्जो देते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) ने भी भ्रष्ट शिक्षकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय कर लिया है। सोमवार को हुई लूटा की आमसभा में छंटनी के ऐतिहासिक प्रस्ताव को अमलीजामा पहना दिया गया। शिक्षकों को नामांकन प्रक्रिया के जरिए चिह्नित करने पर सहमति बनी है। विवादमुक्त प्रक्रिया के बिंदु तय करने के लिए एक माह का समय लिया गया है। बिंदु तय होते ही एकल एजेंडा पर लूटा की अगली बैठक बुलाई जाएगी और आगे की कार्यवाही शुरू होगी।

लूटा की आम सभा सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे स्टाफ क्लब में शुरू हुई। बैठक में कई मुद्दे थे लेकिन सबसे बड़ा मामला कुलपति द्वारा शिक्षकों पर लगाया गया भ्रष्टाचार और बेईमानी के आरोप का था। यह विवाद उठा था हाउसिंग बोर्ड की बैठक में। इस आरोप से आहत शिक्षकों ने तोहमत बर्दाश्त न करते हुए भ्रष्ट शिक्षकों को सामने लाने की आवाज उठाई। लूटा की बैठक में इस मुद्दे को रखने का प्रस्ताव हुआ। खुलकर सामने केवल अर्थशास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ.विनोद सिंह आए लेकिन दबी जुबान में इस प्रस्ताव का स्वागत लविवि के सैकड़ों शिक्षकों ने किया। लूटा की आमसभा शुरू हुई तो इस प्रस्ताव का विरोध करने वाले भी खड़े हो गए। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले कई बार अलग-थलग भी पड़े, घंटों बहस चली लेकिन लूटा पदाधिकारियों का सख्त रुख विरोधियों पर भारी पड़ा। आखिर में तय किया गया कि भ्रष्ट शिक्षकों के नाम उजागर किये जाएंगे और उन पर कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। शिक्षकों को चिह्नित करने के लिए नामांकन प्रक्रिया होगी। हर शिक्षक ऐसे पांच शिक्षकों को चिह्नित करेगा, जो उनकी नजर में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। शिक्षकों को नामांकित करने का कारण भी स्पष्ट करना होगा। यह नामांकन द्वेष या विरोध की भावना से न हो, इसके लिए प्रक्रिया को पारदर्शी और साफ सुथरा बनाने की जरूरत बतायी गई। इसके लिए कुछ नियम और शर्ते बिंदुवार लागू की जाएंगी। इन बिंदुओं को तैयार करने के लिए लूटा ने एक माह का समय लिया है।

'पाक साफ शिक्षक तोहमत बर्दाश्त नहीं करेंगे। कुलपति की नजर में जो शिक्षक भ्रष्ट हैं, उन पर कार्रवाई करें। कुछ शिक्षकों की करनी पर सभी को भ्रष्ट कहना उचित नहीं है। शिक्षकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, इसका हल यही है कि भ्रष्ट शिक्षकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाए। जल्द ही इसके व्यापक बिंदु तैयार कर लिये जाएंगे ताकि आगे की कार्यवाही हो सके-'आरबी सिंह, महामंत्री,लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ

अधिकारियों को हटाने की मांग
लूटा की बैठक में कुलसचिव जीपी त्रिपाठी और कार्य अधीक्षक प्रो.डीपी तिवारी को हटाने की मांग भी उठाई गई। हालांकि लंबी बहसबाजी के बाद इन मुद्दों को फिलहाल टाल दिया गया है।

हर पल बदलते नियम
लूटा की आमसभा में सेलेक्शन कमेटी, बिना मान्यता चल रहे इंस्टीट्यूट और बंद कोर्स में पीएचडी चलाए जाने की बात भी रखी गई और इस पर शिक्षकों ने विरोध प्रकट किया। शिक्षकों का आरोप है कि विवि प्रशासन अपने चहेतों के अनुसार नियम बना रहा है।
(दैनिक जागरण,लखनऊ,25.1.11)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।